पुतिन ने प्रस्ताव खारिज कर दिया कि कई मुद्दों का समाधान होना बाकी
ध्यान रहे कि क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने शुक्रवार को कहा था कि पुतिन ने विटकॉफ से ट्रंप के पास संदेश भेजने के लिए कहा था। पेसकोव ने यह भी बताया कि युद्ध विराम की संभावना पर सतर्क और आशावादी हैं। पिछले हफ्ते, विटकॉफ ने मास्को में पुतिन से मुलाकात की थी, जब यूक्रेन ने अमेरिका का प्रस्ताव स्वीकार किया था, जिसमें 30 दिन का युद्ध विराम करने की बात थी, लेकिन पुतिन ने इस प्रस्ताव को यह कहते हुए खारिज कर दिया कि कई मुद्दों का समाधान होना बाकी है।
क्या युद्ध विराम का समझौता संभव है ?
अमेरिका का मानना है कि रूस-यूक्रेन युद्ध विराम का समझौता कुछ ही हफ्तों में हो सकता है। नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर माइक वॉल्ट्ज ने एक टीवी शो में कहा कि पुतिन युद्ध विराम पर विचार करेंगे, लेकिन कुछ और शर्तें भी हैं, जिन्हें ट्रंप की टीम आने वाले दिनों में देखेगी।
यूक्रेन ने भविष्य में रूस के हमले से सुरक्षा की गारंटी की मांग की
उन्होंने कहा, “यह सुरक्षा गारंटी, यूक्रेन की भविष्यवाणी स्थिति जैसी कुछ चीजों से संबंधित होगी। हम जानते हैं कि समझौते के बिंदु तैयार हैं।” इधर यूक्रेन ने भविष्य में रूस के हमले से सुरक्षा की गारंटी की मांग की है, लेकिन व्हाइट हाउस इस पर संकोच कर रहा है। कुछ समय पहले, वाशिंगटन का खनिज सौदा यूक्रेन के साथ इस मुद्दे पर रुक गया था।
ट्रंप का विवादित दबाव
ट्रंप की युद्धविराम के लिए की जा रही कोशिशें विवादों में हैं। यूक्रेन और यूरोप में इस पर नाराजगी जताई जा रही है कि अमेरिका यूक्रेन को रूस के सामने झुकने के लिए मजबूर कर सकता है। ट्रंप ने यूक्रेन को हथियारों और खुफिया सूचनाओं की आपूर्ति को अस्थायी रूप से रोक दिया था, जिसे बाद में फिर से जारी कर दिया गया।
ट्रंप ने जेलेंस्की को “तानाशाह” कहा था
गौरतलब है कि ट्रंप ने यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की को “तानाशाह” कहा था,और यह भी कहा था कि यूक्रेनियों से बात करना रूसियों से कहीं अधिक कठिन है। वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि युद्ध के मैदान पर शांति लाने के लिए दोनों पक्षों से बातचीत करना जरूरी है, क्योंकि यह युद्ध तीन साल से चल रहा है।