कामकाज बुरी तरह प्रभावित हो रहा था,उत्पादकता में गिरावट आ रही थी
विश्वस्त सूत्रों की मानें तो यह फैसला न सिर्फ राजनीतिक दबाव का नतीजा है, बल्कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था को हो रहे नुकसान को देखते हुए भी लिया गया है। बड़ी संख्या में अवैध प्रवासियों के निर्वासन से खेतों, मांस पैकिंग प्लांट्स और रेस्तरां में कामकाज बुरी तरह प्रभावित हो रहा था, जिससे उत्पादकता में गिरावट आ रही थी।ट्रंप सरकार ने छापेमारी रोकने का आदेश जारी कर दिया
इस तरह आव्रजन कानूनों को सख्ती से लागू करने के विरोध में लॉस एंजिलिस में चल रहे प्रदर्शनों का असर अब साफ दिखने लगा है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की सरकार ने प्रवासन अधिकारियों को कृषि, होटल और रेस्तरां उद्योगों में छापेमारी रोकने का आदेश जारी कर दिया है।वे किसी भी ऐसे व्यक्ति को हिरासत में न लें, जिनके पास दस्तावेज नहीं हैं
रिपोर्ट के अनुसार, इस निर्णय के पीछे मुख्य कारण यह है कि बड़े पैमाने पर निर्वासन कार्रवाइयों से अमेरिका के कृषि उद्योग को भारी नुकसान हो रहा था। आईसीई (इमिग्रेशन एंड कस्टम्स एनफोर्समेंट) के वरिष्ठ अधिकारी टेटम किंग ने क्षेत्रीय कार्यालयों को ईमेल के माध्यम से यह निर्देश भेजे कि वे किसी भी ऐसे व्यक्ति को हिरासत में न लें, जिनके पास दस्तावेज नहीं हैं, लेकिन उनका आपराधिक रिकॉर्ड भी नहीं है।फास्ट पॉइंट्स में जानिए क्यों अहम है यह फैसला
कृषि उद्योग को राहत: श्रमिकों की कमी से जूझ रहे खेत अब फिर से काम की गति पकड़ सकेंगे। होटल और रेस्तरां सेक्टर को भी सहारा: कई व्यवसाय बंद होने की कगार पर थे, अब राहत मिली।गृह सुरक्षा विभाग ने जारी किया नया आदेश
गृह सुरक्षा विभाग ने इस दिशा-निर्देश की पुष्टि की और कहा, हम राष्ट्रपति के निर्देश का पालन करेंगे और अमेरिका की सड़कों से आपराधिक अवैध प्रवासियों को हटाने के लिए काम करते रहेंगे। गौरतलब है कि ट्रंप ने गुरुवार को कहा था कि वह देश के कृषि और होटल उद्योगों को आव्रजन कार्रवाई से राहत देने के लिए जल्द ही आदेश जारी करेंगे। ये उद्योग प्रवासी श्रमिकों पर बहुत अधिक निर्भर हैं।अमेरिकी कृषि उद्योग समूहों ने किया था ट्रंप से आग्रह
अमेरिकी कृषि उद्योग समूहों ने लंबे समय से ट्रंप से अनुरोध कर रहा है कि वह इस क्षेत्र को सामूहिक निर्वासन से बचाएं, क्योंकि अगर ऐसा नहीं किया गया तो खाद्य आपूर्ति श्रृंखला बाधित हो सकती है। ट्रंप देश में अवैध रूप से रह रहे प्रवासियों को निर्वासित करने के वादे को पूरा करने के लिए कार्रवाई कर रहे हैं, लेकिन प्रदर्शनकारियों और कुछ ट्रंप समर्थकों ने उन लोगों को निशाना बनाने पर सवाल उठाया है जो अपराधी नहीं हैं।झड़प में कई लोग घायल हो गए, कई लोगों को गिरफ्तार भी किया गया
गौरतलब है कि इस सप्ताह लास एंजिलिस में छापेमारी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान अधिकारियों और स्थानीय पुलिस के साथ झड़प हुई, जिसमें कई लोग घायल हो गए और कई लोगों को गिरफ्तार भी किया गया।ट्रंप प्रशासन खिलाफ लोग लामबंद हो रहे हैं
ट्रंप प्रशासन के आव्रजन कानूनों के सख्ती से अमल के खिलाफ लोग लामबंद हो रहे हैं। प्रदर्शनकारियों से निपटने के लिए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के आदेश पर लास एंजिलिस में 700 मरीन (सैनिकों का विशेष दस्ता) तैनात किए गए हैं। मरीन कार्प्स अमेरिकी सशस्त्र सेना का एक अंग है और इसके जवान जमीन और समुद्र, दोनों में लड़ाई लड़ने में सक्षम होते हैं। ट्रप प्रशासन ने 2,000 नेशनल गार्ड (अमेरिकी अर्धसैनिक बल) भी और भेजे हैं। इस तरह यहां नेशनल गार्ड की संख्या चार हजार हो गई है।आव्रजन नीति में नरमी पर मिले-जुले रिएक्शन:
मानवाधिकार संगठन राहत में:“यह एक मानवीय कदम है। अवैध प्रवासी भी इंसान हैं, उन्हें अपराधी की तरह ट्रीट करना गलत है।” रेस्तरां यूनियनों की प्रतिक्रिया: “हम महीनों से कर्मचारियों की किल्लत से जूझ रहे थे, यह फैसला हमारी इंडस्ट्री को बर्बाद होने से बचा सकता है।”
क्या यह आदेश लंबे समय के लिए लागू रहेगा या सिर्फ जन दबाव के कारण उठाया गया एक टेम्पररी कदम है?