दूसरे मुद्दों की तरह इस मुद्दे को भी सुलझा लेंगे भारत-अमेरिका
जीन-पियरे ने कहा कि अमेरिका और भारत के बीच संबंध मजबूत बने हुए हैं। उन्होंने कहा, “मैं अमेरिका और भारत के संबंधों के बारे में यही कहूंगी कि हमारा मानना है कि यह हमारे लोगों के बीच संबंधों और वैश्विक मुद्दों की पूरी श्रृंखला में सहयोग पर आधारित एक बेहद मजबूत नींव पर खड़ा है। हमारा मानना है और हमें पूरा भरोसा है कि हम इस मुद्दे को उसी तरह सुलझाएंगे जैसे हमने अन्य मुद्दों को सुलझाया है। और इसलिए इसकी बारीकियां, यह कुछ ऐसा है जिस पर SEC और DOJ सीधे बात कर सकते हैं, लेकिन फिर भी, हमारा मानना है कि भारत और अमेरिका के बीच यह रिश्ता एक मजबूत नींव पर बना है।”
265 मिलियन डॉलर की धोखाधड़ी का आरोप
बता दें कि न्यूयॉर्क के पूर्वी जिले के अमेरिकी अटॉर्नी कार्यालय ने पहले गौतम अडानी, उनके भतीजे सागर अडानी और अन्य अधिकारियों के खिलाफ कथित 265 मिलियन डॉलर की रिश्वतखोरी योजना से जुड़े आपराधिक आरोपों को उजागर किया था। अडाणी ग्रुप ने अडाणी ग्रीन के निदेशकों के खिलाफ अमेरिकी न्याय विभाग (DOJ) और अमेरिकी प्रतिभूति और विनिमय आयोग (SEC) के लगाए गए रिश्वतखोरी के आरोपों का खंडन किया और उन्हें निराधार बताया।
अडाणी ग्रुप ने कहा- हर कानूनी उपाय करेंगे
अडाणी समूह के प्रवक्ता ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि सभी कानूनी उपाय किए जाएंगे। बयान में कहा गया, “अडाणी ग्रीन के निदेशकों के खिलाफ अमेरिकी न्याय विभाग और अमेरिकी प्रतिभूति और विनिमय आयोग के आरोप निराधार हैं और उनका खंडन किया गया है।” समूह ने कानूनी कार्यवाही के एक प्रमुख पहलू पर भी प्रकाश डाला। बयान में कहा गया, “जैसा कि अमेरिकी न्याय विभाग ने स्वयं कहा है, ‘अभियोग में लगाए गए आरोप निराधार हैं और जब तक दोषी साबित नहीं हो जाते, तब तक प्रतिवादियों को निर्दोष माना जाएगा।’ सभी संभव कानूनी उपाय किए जाएंगे।”