इंस्टाग्राम स्टोरीज जैसे विज्ञापन
‘स्टेटस ऐड्स’ फीचर इंस्टाग्राम स्टोरीज की तर्ज पर काम करता है। बिजनेस अकाउंट्स अब स्पॉन्सर्ड कंटेंट पोस्ट कर सकते हैं, जो यूजर्स के स्टेटस फीड में दोस्तों और परिवार के अपडेट्स के बीच दिखाई देंगे। इन विज्ञापनों को ‘स्पॉन्सर्ड’ लेबल के साथ चिह्नित किया जाएगा, ताकि यूजर्स इन्हें आसानी से पर्सनल पोस्ट से अलग कर सकें। यूजर्स को यह नियंत्रण भी दिया गया है कि वे किसी खास विज्ञापनदाता के ऐड्स को ब्लॉक कर सकते हैं, जिससे वह दोबारा न दिखें।
प्रमोटेड चैनल्स
दूसरा फीचर ‘प्रमोटेड चैनल्स’ पब्लिक चैनलों को वॉट्सऐप की चैनल डायरेक्टरी में हाइलाइट करता है। जब कोई बिजनेस या क्रिएटर अपने चैनल को प्रमोट करने के लिए भुगतान करेगा, तो वह सर्च रिजल्ट्स में ऊपर दिखेगा। यह ‘स्पॉन्सर्ड’ लेबल के साथ चिह्नित होगा, जिससे यूजर्स के लिए चैनल को ढूंढना और फॉलो करना आसान हो जाएगा। यह फीचर ब्रांड्स, क्रिएटर्स और संगठनों के लिए अपनी पहुंच तेजी से बढ़ाने का शानदार मौका देता है।
प्राइवेसी का रखा जाएगा पूरा ध्यान
मेटा ने स्पष्ट किया है कि ये विज्ञापन यूजर्स की प्राइवेसी पर कोई असर नहीं डालेंगे। सभी प्रमोशनल कंटेंट केवल स्टेटस और चैनल्स जैसे पब्लिक एरिया में ही दिखाई देंगे, न कि प्राइवेट चैट्स में। कंपनी ने यह भी सुनिश्चित किया है कि यूजर्स के पर्सनल मैसेजेस और कॉल्स एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड रहेंगे। इसके अलावा, पिछले बीटा अपडेट (2.25.19.15) में वॉट्सऐप ने एक फीचर शुरू किया था, जो यूजर्स को डिटेल्ड ऐड एक्टिविटी रिपोर्ट्स डाउनलोड करने की सुविधा देता है। इन रिपोर्ट्स में यह जानकारी होती है कि कौन से ऐड्स दिखे, विज्ञापनदाता कौन थे और वे कब दिखाई दिए। यह पारदर्शिता पारंपरिक विज्ञापन मॉडल्स से एक कदम आगे है।
छोटे कंटेंट क्रिएटर्स के लिए मददगार
ये नए फीचर्स वॉट्सऐप को केवल एक मैसेजिंग ऐप से कहीं आगे ले जा रहे हैं। मेटा की यह रणनीति वॉट्सऐप को एक ऐसे प्लेटफॉर्म में बदलने की है, जहां बिजनेस और क्रिएटर्स अपनी पहुंच बढ़ा सकें। यह कदम छोटे व्यवसायों और कंटेंट क्रिएटर्स के लिए खास तौर पर फायदेमंद हो सकता है, जो अब वॉट्सऐप के 3 बिलियन से ज्यादा मासिक यूजर्स तक आसानी से पहुंच सकेंगे। हालांकि, कुछ यूजर्स के लिए स्टेटस में विज्ञापन थोड़े खलल डालने वाले हो सकते हैं, लेकिन मेटा का दावा है कि यूजर्स के पास इन्हें नियंत्रित करने का पूरा अधिकार होगा। अर्निंग को बढ़ावा मेटा के इस कदम से वॉट्सऐप अब विज्ञापन आधारित क्रिएटर इकॉनमी में कदम रख रहा है, जो पहले से ही इंस्टाग्राम, टिकटॉक और यूट्यूब जैसे प्लेटफॉर्म्स पर हावी है। कंपनी धीरे-धीरे इन फीचर्स को ग्लोबल यूजर्स के लिए रोलआउट करने की योजना बना रही है।