भगवान शिव ने बताई गंगा की महिमा, भयंकर श्राप से भी मिल जाएगी मुक्ति
ज्योतिषाचार्य नीतिका शर्मा के अनुसार स्कंद पुराण में भगवान शिव द्वारा विष्णुजी को गंगा महिमा बताने का वर्णन है। इसमें भगवान शंकर श्री विष्णु से कहते हैं हे हरि ! ब्राह्मण के श्राप से भारी दुर्गति में पड़े हुए जीवों को गंगा के सिवा दूसरा कौन स्वर्गलोक में पहुंचा सकता है, क्यों कि मां गंगा शुद्ध, विद्यास्वरूपा, इच्छाज्ञान, और क्रियारूप, दैहिक, दैविक और भौतिक तापों का शमन करने वाली, धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष (चारों पुरूषार्थ) को देने वाली शक्ति स्वरूपा हैं।
इसलिए इन आनंदमयी, धर्मस्वरूपिणी, जगत्धात्री, ब्रह्मस्वरूपिणी गंगा को मैं अखिल विश्व की रक्षा करने के लिए लीलापूर्वक अपने मस्तक पर धारण करता हूं। हे विष्णो! जो गंगाजी का सेवन करता है, उसने सब तीर्थों में स्नान कर लिया, सब यज्ञों की दीक्षा ले ली और सम्पूर्ण व्रतों का अनुष्ठान पूरा कर लिया।
कलियुग में काम, क्रोध, मद, लोभ, मत्सर, ईर्ष्या आदि अनेकों विकारों का समूल नाश करने में गंगा के समान और कोई नहीं है।
विधिहीन, धर्महीन, आचरणहीन मनुष्यों को भी यदि मां गंगा का सानिध्य मिल जाए तो वे भी मोह और अज्ञान के संसार सागर से पार हो जाते हैं। जैसे मन्त्रों में ॐ कार, धर्मों में अहिंसा और कमनीयता में लक्ष्मी जी श्रेष्ठ हैं और जिस प्रकार विद्याओं में आत्मविद्या और स्त्रियों में गौरीदेवी उत्तम हैं, उसी प्रकार सम्पूर्ण तीर्थों में गंगा तीर्थ विशेष माना गया है।
गंगा दशहरा का महत्व (Ganga Dussehra Importance)
मान्यता है कि गंगा दशहरा के दिन गंगा नदी में स्नान और दान करने से कई महायज्ञों के फल के बराबर फल की प्राप्ति होती है और पाप कर्मों का नाश होता है और व्यक्ति को मरणोपरांत मोक्ष की प्राप्ति होती है।
इस दिन मां गंगा की पूजा- अर्चना करने से सभी तरह के पापों से मुक्ति मिल जाती है। मां गंगा की कृपा से सभी तरह के दोष दूर हो जाते हैं। गंगा दशहरा के दिन मां गंगा की पूजा- अर्चना करने से मृत्यु के बाद मोक्ष की प्राप्ति होती है।
गंगा दशहरा पर क्या करें (Ganga Dussehra Par Kya Kare)
1.ऐसा कहा जाता है कि आज के दिन गंगा स्नान से कई यज्ञ करने के बराबर पुण्य प्राप्त होते हैं।गंगा दशहरा पूजा विधि (Ganga Dussehra Puja Vidhi Mantra)
1.ज्येष्ठ शुक्ला दशमी पर गंगा स्नान न कर सके तो पास के किसी भी जलाशय या घर के शुद्ध जल से स्नान करके सुवर्णादि के पात्र में त्रिनेत्र, चतुर्भुज, सर्वावयवभूषित, रत्नकुम्भधारिणी, श्वेत वस्त्रादि से सुशोभित और वर और अभयमुद्रा से युक्त श्रीगंगाजी की प्रशान्त मूर्ति अंकित करें या किसी साक्षात् मूर्ति के पास बैठ जाएं फिर निम्न मंत्र से आवाहनादि कर षोडशोपचार पूजन करें..ॐ नमः शिवायै नारायण्यै दशहरायै गंगायै स्वाहा ।। 3. इसके बाद निम्न मंत्र से पांच पुष्पांजलि अर्पण करके गंगा को भूतल पर लानेवाले भगीरथका और जहां से वे आी हैं, उस हिमालय का नाम मंत्र से पूजन करें
गंगा दशहरा के उपाय (Ganga Dussehra Ke Upay)
मान्यता है कि गंगा दशहरा उपायों से किस्मत का ताला खोल सकते हैं। आइये जानते हैं क्या उपाय करना चाहिए।
व्यापार घाटे से मिलेगी राहत (Ganga Dussehra Totka For Business)
आप लगातार आर्थिक परेशानियों से जूझ रहे हैं और व्यापार में घाटा हो रहा है या नए काम में कोई रूकावट आ रही है तो गंगा दशहरा उपाय से राहत मिल सकती है। बशर्ते नियम से ये उपाय किए जाएं। इसके लिए गंगा दशहरा के दिन साफ-सुथरे कागज में गंगा स्त्रोत लिखकर इसे पीपल के पेड़ की पूजा करने के बाद वहीं गाड़ दें।
गंगा दशहरा उपाय से भाग्य देता है साथ (Ganga Dussehra Totka For Luck)
यदि आप अपने काम में परिश्रम कर रहे हैं लेकिन उपयुक्त फल नहीं मिल रहा है तो गंगा दशहरा पर घर से दूर अनार का पौधा रोपना चाहिए चाहिए। इसके बाद मिट्टी के घड़े में गंगाजल भरकर या पानी में गंगाजल मिलाकर इस पौधे को सींचे। अब इस घड़े को पौधे के नीचे दक्षिण दिशा में ढंक कर रख दें या फिर किसी को दान दे दें। इससे आपकी मेहनत को किस्मत का साथ मिलने लगेगा।
करियर में सफलता का उपाय (Ganga Dussehra Upay For Career)
यदि नौकरी में सफलता चाह रहे हैं और आय में बढ़ोतरी की कामना है तो गंगा दशहरा के दिन गंगा स्नान करें और गंगाज से शिव का अभिषेक कर, सूर्य देव को तांबे के पात्र से गंगाजल, कुमकुम, अक्षत, लालफूल मिलाकर अर्घ्य दें तो प्रमोशन मिलेगा और वेतन वृद्धि होगी। घर में सुख समृद्धि भी आएगी।
घर में सुख शांति का उपाय (Ganga Dussehra Upay For Peace And Happiness)
मान्यता है कि गंगा दशहरा के दिन घर में गंगाजल छिड़कें और इसके बाद सुबह के समय अपनी लंबाई के बराबर काला धागा लें और नारियल पर लपेट कर गंगाजल से शिवलिंग का अभिषेक करें और नारियल वहां रख दें, शाम को इस नारियल को नदी में बहा दें। इससे घर में सुख शांति समृद्धि आएगी और जीवन की परेशानियों से मुक्ति मिलेगी।
इन चीजों का करें दान (Ganga Dussehra Dan)
गंगा दशहरा के दिन गंगा स्नान के बाद सुपारी, आम, जल से भरा घड़ा, सत्तू, मौसमी फल, गुड़ हाथ का पंखा, छाता अनार, नारियल, केला, खरबूजा का दान करें। मान्यता है कि इससे घर में धन का आगमन होता है और परेशानी से मुक्ति मिल जाती है।