सेक्टर-1 के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त नीरज बड़गूजर ने इस खबर की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि ऐसा पहली बार होगा जब रथयात्रा को गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाएगा। इससे पहले शहर में निकली 147 रथयात्रा को गार्ड ऑफ ऑनर नहीं दिया गया था।गायकवाड़ हवेली थाने के पुलिस निरीक्षक एच वी धंधुकिया ने बताया कि इसकी पूरी तैयारी कर ली गई है। रथयात्रा में पहिंद विधि से पहले गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाएगा।
23 हजार जवान, 75 ड्रोन की नजर
अहमदाबाद शहर में 27 जून को अषाढ़ी दूज के दिन भगवान जगन्नाथ की निकलने वाली 148 वीं रथयात्रा पर कड़ा बंदोबस्त रहेगा।23 हजार से ज्यादा सुरक्षा जवानों, साढ़े तीन हजार सीसीटीवी कैमरों, 75 से ज्यादा ड्रोन (41 सरकारी ड्रोन) के जरिए नजर रखी जाएगी। 18 किलोमीटर के रूट में चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा कर्मचारियों की तैनाती की गई है। हर गली, मोहल्ला, छत और मार्ग सीसीटीवी कैमरे व सुरक्षा कर्मचारियों की निगरानी में रहेंगे।रथयात्रा की सुरक्षा में कहीं कोई चूक ना रहे और अव्यवस्था ना फैले इसके लिए लगातार पुलिस आयुक्त जी एस मलिक, डीजीपी विकास सहाय के साथ गृह राज्यमंत्री हर्ष संघवी नजर रखे हुए हैं। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल भी लगातार अपडेट ले रहे हैं। रथयात्रा में न सिर्फ 12 से 15 लाख लोग शिरकत करते हैं, बल्कि वीवीआईपी मूवमेंट भी ज्यादा होती है। गृह राज्यमंत्री, मुख्यमंत्री और केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह भी मंदिर पहुंचते हैं। ऐसे में सुरक्षा में कहीं कोई चूक ना हो उसके लिए पूरी शहर पुलिस के अलावा, राज्य से भी अतिरिक्त पुलिस को बुलाया जाता है। शहर के संंवेदनशील इलाके दरियापुर, शाहपुर में आरएएफ, सीआरपीएफ, बीएसएफ जैसे केन्द्रीय अर्ध सैनिक बलों की तैनाती की जाती है। एक महीने से स्थानीय पुलिस और करीब एक सप्ताह से केन्द्रीय अर्ध सैनिक बल पूरे रूट पर गश्त कर रहे हैं। 9 आरएएफ की कंपनी तैनात की गई हैं। तीन रिहर्सल की गई हैं।
रथों की सुरक्षा व्यवस्था क्राइम ब्रांच संभाल रही है। हर वाहन पर पुलिस कर्मचारी की तैनाती रहेगी। वाहनों के बीच में सीसीटीवी कैमरे से सुसज्ज वाहन रहेंगे।8 मिनी कंट्रोल सेंटर बनाए हैं शहर पुलिस कंट्रोलरूम के अलावा कुल 8 मिनी कंट्रोलरूम पुलिस ने बनाए हैं, जहां से रथयात्रा पर नजर रखी जाएगी। 2872 बॉडीवॉर्न कैमरे, 240 टेरेस पॉइंट, 25 वॉच टावर से भी नजर रखी जाएगी। कुल 23844 पुलिस जवानों को तैनात किया है।