जीएसईबी के तहत जून-जुलाई में ली गई पूरक परीक्षा में 40865 विद्यार्थियों ने पंजीकरण कराया था। इसमें से 33731 विद्यार्थियों ने परीक्षा दी थी, जिसमें से 17397 उत्तीर्ण हुए हैं। परिणाम 51.58 फीसदी रहा। छात्रों का परिणाम 48.45 फीसदी रहा, जबकि छात्राओं का परिणाम 51.58 फीसदी रहा। पंजीकृत 24665 में से 21495 छात्रों ने परिणाम दिया था, जिसमें से 10415 छात्र उत्तीर्ण हुए हैं। परिणाम 48.45 फीसदी रहा। पंजीकृत 16200 छात्राओं में से 12236 ने परीक्षा दी थी, जिसमें से 6982 छात्राएं उत्तीर्ण हुई हैं। परिणाम 57.06 फीसदी रहा।
नियमित विद्यार्थियों की बात करें तो उनका परिणाम 57 फीसदी रहा। रिपीटर का परिणाम 33.12 फीसदी, गुजरात स्टेट ओपन स्कूल (जीएसओएस) के जरिए नियमित छात्र के रूप में परीक्षा देने वाले विद्यार्थियों का परिणाम 52.51 फीसदी रहा। जीएसओएस के रिपीटर विद्यार्थियों का परिणाम 37.83 फीसदी रहा। संस्कृत मध्यमा की पूरक परीक्षा में 38 विद्यार्थी बैठे थे। उसमें से 34 पास हुए। परिणाम 89.47 फीसदी रहा। जीएसईबी के दिव्यांग परीक्षार्थियों को 20 फीसदी अंक पर उत्तीर्ण करने की नीति के तहत 99 विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए हैं।
आईटीआई के 10 हजार में से 6220 विद्यार्थी अंग्रेजी में पास
आईटीआई के विद्यार्थियों में से अंग्रेजी विषय के लिए पंजीकृत 10548 विद्यार्थियों में से 10068 ने परीक्षा दी थी, इसमें से 33 व उससे ज्यादा अंक लाने में 6220 विद्यार्थी सफल हुए हैं।
बेस्ट ऑफ टू के विकल्प से 66 का सुधरा परिणाम
12वीं सामान्य संकाय में जीएसईबी के बेस्ट ऑफ टू (फरवरी-मार्च के बाद जून-जुलाई में सभी विषय की परीक्षा का विकल्प) को ज्यादा तवज्जो नहीं मिली। जून-जुलाई की पूरक परीक्षा में केवल 177 विद्यार्थियों ने ही इस विकल्प को चुना और उसमें से भी केवल 84 ने ही परीक्षा दी, जिसमें से 66 विद्यार्थियों के परिणाम में सुधार हुआ है, जबकि 18 का परिणाम जस का तस रहा।