थानाप्रभारी शम्भूसिंह शेखावत ने बताया कि नागौर खाटू कसनाऊ निवासी कैलाशराम जाट(40) को बुधवार देर रात गिरफ्तार किया। आरोपी कैलाशराम हत्याकांड में सहदेव जाट को अजमेर में पुरानी आरपीएससी के सामने से अगवा कर ले जाने वाली बोलेरो कैम्पर का चालक था। आरोपी वारदात का खुलासा होने के बाद से भूमिगत था। पुलिस ने कैलाशराम जाट को डिटेन कर पूछताछ की तो उसने अपहरण की वारदात में बोलेरो कैम्पर चलाना कबूल किया। पुलिस ने उसे अदालत में पेश कर रिमांड पर लिया।यों हुआ खुलासाशेखावत ने बताया कि वारदात के बाद घटनास्थल का निरीक्षण कर शहर के 150 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे की फुटेज खंगाली। प्रकरण में नामजद आरोपियों के अजमेर आने की तस्दीक कर मोबाइल की सीडीआर का विश्लेषण किया। संदिग्ध बोलेरा कैम्पर के अजमेर से नागौर की ओर जाने वाले रास्ते पर लोकल सीसीटीवी कैमरे की फुटेज देखते हुए नागौर कुचेरा की सरहद से जब्त की।
तीन पूर्व में हो चुके गिरफ्तार, औरों की तलाश
पुलिस द्वारा पूर्व जायल के कुन्नाराम(53), धारणा निवासी ओमप्रकाश(40), करिश्मा के चाचा रामकिशोर जाट(33) को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में पेश करने पर जेल भेजा जा चुका है। जबकि करिश्मा के पिता बस्तीराम जाट, चाचा रामप्रताप, बहन ललिता व उसका पति महिपाल जाट समेत कई लोगों की तलाश है। करिश्मा ने 26 जून को सहदेव के घर में आत्महत्या कर ली थी।
यह है मामला
पुलिस के अनुसार 14 जून को नागौर रोल रातंगा निवासी रामदेव जाट(60) ने रिपोर्ट दी कि 12 जून को बेटा सहदेव जाट(28) परीक्षा देने के लिए अजमेर आया था। वह 13 जून को केन्द्रीय बस स्टेण्ड अजमेर से वापस घर जाने के लिए रवाना हुआ। यहां अजमेर बस स्टैण्ड पर उसी समय उसके बेटे को उसकी पत्नी करिश्मा का बहनोई कुचेरा खेड़ा निवासी महिपाल, उसकी पत्नी ललिता मिले। उनका आपसी विवाद के बाद काका ससुर रामकिशोर, ससुर बस्तीराम व कुन्नाराम रलिया उसे अगवाकर ले गए। 14 जून को सहदेव का शव जायल तेजासर के निकट खेत में पड़ा मिला।