श्वान बच्ची के एक कान को पूरी तरह खा गए और दूसरे कान को भी काट कर अलग कर दिया। जब परिजनों व लोगों ने बच्ची को देखा तो वह घबरा गए। इसके बाद परिजन पीड़ित बच्ची पायल को लेकर अस्पताल पहुंचे। जहां डॉक्टरों ने पीड़िता का उपचार किया। बच्ची के शरीर पर 50 से ज्यादा जगहों पर श्वानों ने काटा है।
जिला अस्पताल के सर्जन डॉ. विवेक सैनी ने बताया कि बच्ची को गंभीर चोटें आई हैं। संक्रमण से बचाव के लिए पायल के शरीर पर 25 से ज्यादा टांके लगाए गए हैं। इलाज के बाद उसकी हालत स्थिर है, लेकिन कान की गंभीर चोट को देखते हुए उसे जयपुर रेफर किया जाएगा। कान की सर्जरी जयपुर में होगी।
डॉ सैनी ने बताया कि बच्ची का एक कान पूरी तरह नष्ट हो चुका है और सामान्य उपचार से उसे नहीं जोड़ा जा सकता है। इसलिए पायल को जयपुर भेजा जाएगा। जहां प्लास्टिक सर्जरी द्वारा कान का पुनर्निर्माण किया जाएगा। परिजनों को इस बारे में अवगत करा दिया गया है।
घटना के बाद मीणापुरा गांव सहित आसपास के इलाकों में दहशत का माहौल है। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि लावारिस श्वानों के बढ़ते खतरे को गंभीरता ले। ताकि भविष्य में ऐसे दर्दनाक हादसे ना हो।