scriptअलवर पुलिस बन रही मूकदर्शक: गली-मोहल्लों और बाजार में खुलेआम चल रहा सट्टा  | Alwar police is becoming a mute spectator: Betting is going on openly in the streets and markets | Patrika News
अलवर

अलवर पुलिस बन रही मूकदर्शक: गली-मोहल्लों और बाजार में खुलेआम चल रहा सट्टा 

अलवर में पुलिस की सरपरस्ती में सट्टे का काला कारोबार अपनी जड़ें गहरी कर चुका है। शहर में 50 से ज्यादा जगहों पर हर दिन करोड़ों रुपए का सट्टा लगाया जा रहा है।

अलवरDec 10, 2024 / 01:20 pm

Rajendra Banjara

पत्रिका टीम के स्टिंग के दौरान ली गई तस्वीर

अलवर में पुलिस की सरपरस्ती में सट्टे का काला कारोबार अपनी जड़ें गहरी कर चुका है। शहर में 50 से ज्यादा जगहों पर हर दिन करोड़ों रुपए का सट्टा लगाया जा रहा है। पुलिस को सट्टे के हर ठिकाने की पूरी जानकारी है, लेकिन वह मूकदर्शक बनी हुई है। ऐसे में सटोरिए बेखौफ हैं। पत्रिका की टीम सोमवार को फिर से सटोरियों के 4 ठिकानों पर पहुंची। टीम शाम करीब 7 बजे सबसे पहले सुगना बाई की धर्मशाला के पीछे खदाना मोहल्ले में पहुंची, तो यहां खुलेआम सट्टे का खेल दिखाई दिया। इसके बाद घंटाघर सब्जी मंडी, फूटी खेल और गुंडबास मोहल्ले में भी सट्टा पूरे परवान पर दिखाई दिया।

सटोरियों के 4 ठिकानों पर पहुंची पत्रिका की टीम

कुछ वर्षों पहले तक सटोरिए चोरी-छिपे सट्टे का अवैध कारोबार संचालित कर रहे थेए लेकिन अब खुलेआम बेखौफ होकर सट्टा लगाया जा रहा है। इसके कारण सट्टा कारोबार में हर साल कई करोड़ रुपए की बढ़ोतरी हो रही है। इससे सट्टे की जद में आए कई परिवार बर्बादी के कगार पर पहुंच गए हैं। वहीं, अब वक्त के साथ सटोरिए मटका और सट्टा पर्ची के साथ ही नए ट्रेंड भी अपना रहे हैं।

सटोरियों पर मेहरबान पुलिस

सटोरियों पर पुलिस मेहरबान हैं। इस कारण सट्टे का खेल खूब फल-फूल रहा है। कई सटोरिए तो खुद का मटका तक चला रहे हैं। जहां हर रात करोड़ों रुपए का सट्टा लगता है। इसके अलावा दिल्ली, दिशावर गली, फरीदाबाद, गाजियाबाद, दिल्ली दरबार के नाम से भी सट्टा केन्द्र चला रहे हैं। शहर में करीब 2 दर्जन बड़े सट्टेबाज हैं जिनके आलीशान मकान हैं। शाम होते ही सट्टे का बाजार गर्म होने लगता है। सूत्रों के अनुसार सटोरिए पुलिस को मोटी मंथली पहुंचा रहे हैं।
इसके लिए पूरा नेटवर्क तैयार किया हुआ है। इससे सटोरियों को पुलिस का संरक्षण मिल रहा है। पुलिस सटोरियों पर कार्रवाई करना तो दूर उनके बचाव में जुटी दिखाई देती है। हालांकि कभी-कभार दबाव बढ़ने पर कार्रवाई के नाम पर खानापूर्ति कर दी जाती है। इसके कारण सटोरियों में पुलिस कार्रवाई का कोई भय नहीं है। ऐसे में पिछले कुछ साल में सट्टे के कारोबार में कई गुना इजाफा हुआ है।

कोतवाली थाना क्षेत्र में सबसे ज्यादा सटोरिए

शहर में 50 से ज्यादा स्थानों पर खुलेआम सट्टे का खेल चल रहा है। यहां प्रत्येक स्थान पर हर दिन लाखों रुपए का सट्टा लगाया जा रहा है। वैसे तो पूरा शहर ही सट्टे की जद में हैं, लेकिन कोतवाली थाना क्षेत्र सटोरियों के लिए सबसे महफूज जगह बनी हुई है। सबसे अधिक सट्टे का खेल यहीं हो रहा है।

अशोका टॉकीज के आसपास, घंटाघर सब्जी मंडी के पीछे, सुगना बाई की धर्मशाला के पीछे खदाना मोहल्ला, गोपाल टॉकीज के पीछे, गुंडबास मोहल्ला, अखैपुरा, लादिया मोहल्ला चौकी स्कूल के पास, होली ऊपर, सागर ऊपर, महल चौक, हजूरी गेट, पहाड़गंज मोहल्ले में देवीजी के मंदिर से आगे पीपल के पेड़ के पास, केडलगंज, सामान्य अस्पताल की पुरानी कोविड जांच लैब के बाहर, लखंडावाला कुआं, स्वर्ग रोड, धोबीगट्टा एवं बुधविहार, शिवाजी पार्क, नयाबास, कालाकुआं, एनईबी, दाउदपुर व अपनाघर शालीमार सहित अनेक इलाकों में सट्टा चल रहा है।

Hindi News / Alwar / अलवर पुलिस बन रही मूकदर्शक: गली-मोहल्लों और बाजार में खुलेआम चल रहा सट्टा 

ट्रेंडिंग वीडियो