पुजारी कैलाश चन्द शर्मा ने पूजा व ध्वज चढ़ाने के उपरांत हवन किया। बाबा के भोग लगा मेले का शुभारम्भ किया गया। मेले से पूर्व सुबह बच्चे युवाओं, श्रद्धालुओंं ने घर से बाबा के दर तक कनक दण्डौती लगाई। दिनभर मन्दिर में हनुमान चालीसा, सुन्दर काण्ड के पाठ हुए। मेले में दुकानों से बच्चों ने खिलौने व महिलाओं ने श्रृंगार का सामान के सामान खरीदे, साथ ही चाट पकौड़ी, आइसक्रीम का लुत्फ उठाया। मेले में जगह-जगह शर्बत, नीबू, शिकंजी, ठंडे पानी की प्याऊ लगाई। शाम को कुश्ती दंगल में पहलवानों ने दावपेच से भरपूर मनोरंजन किया। अंतिम कामडा राजस्थान पुलिस के जवान रामवीर गुर्जर बरौली धाऊ भरतपुर तथा मूंगस्का अलवर से बिल्लो पहलवान के बीच रहा। अंतिम कामड़ा रामवीर गुर्जर ने जीता। मेले में लगी दुकानों पर बड़ी संख्या में महिलाएं व बच्चे खरीदारी करते नजर आए। कई स्वयंसेवी संस्थाओं ने मेले में श्रद्धालुओं के लिए शर्बत, ठंडे पानी, अल्पाहार आदि की व्यवस्था की। इससे पूर्व सोमवार रात हनुमान मंदिर परिसर में जागरण का आयोजन कर भजनों के माध्यम से बाबा की महिमा का बखान किया। इस मौके पर हनुमान मेला समिति डेरा अध्यक्ष सीताराम मेवाल, काली चरण शर्मा, सन्तोष गुप्ता, नरसी मीना, महेंद्र, मुन्ना लाल शर्मा, दौलत राम शर्मा, लीलाराम मीना, मोहरपाल रामफूल प्रजापत, एलडीसी हरदेव मीना अंगारी, कैलाश पुरोहित, रमाकांत शर्मा, अध्य्यापक रामप्रताप मीना, जगन्नाथ मीणा बिसुनी, रामपूल प्रजापत, सीताराम मीना, रामफूल टेक वाला, मुकेश मीना हवाई पट्टी के सामने, विकास खींची, मुकेश कुमार, गोकुल सीमेंट वाला, रैफरी कालूराम बलाई, कविन्द्र शर्मा, मोहरपाल मीना, गिर्राज प्रसाद शर्मा सहित अनेक मौजूद रहे।