जलते अलाव के कारण गैस बनने से तीनों का दम घुट गया और मौत हो गई। दोपहर तक घर में कोई हलचल नहीं होने पर पड़ोसियों ने आकर खिडक़ी में लगा गत्ता उठाकर देखा तो तीनों अचेत पड़े दिखे। दरवाजों को जोर से धकेला तो कुण्डी टूट गई। अंदर तीनों मृत अवस्था में मिले। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची ओर शवों को पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी में रखवाया। धनंजय अपनी पत्नी, तीन बेटियों व एक बेटे के साथ भिवाड़ी के नगलियां गांव में रहते थे।
कार में जलाई सिगड़ी, दो जने हुए अचेत
इससे पहले टोंक के निवाई में कार में सिगड़ी जलाकर सोने के बाद दम घुटने से दो व्यक्ति बेहोश हो गए थे। जानकारी के अनुसार रास्ते में कार का पेट्रोल खत्म हो गया तो चालक और सवार ठंड से बचने के लिए खिड़कियां बंद कर सिगड़ी जलाई और सो गए। जब राहगीरों ने खड़ी कार के पास जाकर देखा तो कार के अंदर दो व्यक्ति बेहोश मिले। उन्होंने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने कांच तोड़कर दोनों को बाहर निकाला, सीपीआर दिया और अस्पताल पहुंचाया। दोनों की हालत में अब सुधार है।
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