स्थानीय निवासियों ने बताया कि सरकारी कॉलेज के पीछे पहले खेल का बड़ा मैदान है, जहां सुबह शाम बच्चे खेल सकते हैं। कई खेल प्रतियोगिताएं भी आयोजित हो सकती है, लेकिन 6 से 7 वर्षों से खेल मैदान का विकास कार्य रुका हुआ है। जिसके चारों तरफ कटीली झाड़ियां और घास खड़ी है। स्थानीय निवासियों ने बताया कि सड़क पर सैर करते समय पहले भी दुर्घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन खेल मैदान या पार्क के अभाव में सड़क पर सैर करना मजबूरी बन गई है। ग्रामवासियों ने स्थानीय प्रशासन और सरकार से खेल मैदान व पार्क विकसित करने की मांग की है।