अंबिकापुर. वन विभाग द्वारा अतिक्रमण के खिलाफ लगातार कार्रवाई किए जाने से वन भूमि पर काबिज लोगों में हडक़ंप है। सोमवार को कलेक्टर के जनदर्शन (Collector Jandarshan) में दिवंगत फौजी की 90 वर्षीय पत्नी पहुंची। महिला के पति ने देशवासियों की रक्षा करते हुए अपनी जान गंवाई थी। महिला ने कलेक्टर से अपना घर बचाने की गुहार लगाई है। उसने कहा कि उसके पास दूसरा न तो कोई घर है और न ही जमीन। वह दोनों आंख से नहीं देख पाती है। छोटा बेटा मजदूरी कर घर चलाता है।
शहर से लगे रनपुरखुर्द निवासी कमला देवी पति स्व. ननकू उपाध्याय ने कलेक्टर (Collector Jandarshan) को दिए गए आवेदन में बताया है कि वह अपने फौजी पति के निधन के बाद अपने 2 पुत्र संतोष व अशोक उपाध्याय के साथ रनपुर खुर्द, तकिया पानी टंकी रोड में वन भूमि पर लगभग 70-80 वर्षांे से निवासरत है। उन्हें पंचायत एवं गांव वालों द्वारा यहां भूमि देकर बसाया गया है।
साथ ही उक्त भूमि में जीवन-यापन करने के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र भी ग्राम पंचायत की ओर से दिया है। वृद्ध महिला बचपन से ही दोनों आंख से देखने में अक्षम है। छोटा पुत्र मजदूरी करके घर का खर्च चलाता है और बड़ा पुत्र उनकी देखभाल करता है। परिवार की आर्थिक स्थिति काफी दयनीय (Collector Jandarshan) रहने के कारण वे झोपड़ीनुमा मकान में जीवन-यापन कर रहे हंै।
बुजुर्ग महिला ने (Collector Jandarshan) बताया कि 19 जून को वन विभाग के कर्मचारियों ने उन्हें कहा कि घर को खाली करो, नहीं तो तोड़ दिया जाएगा।
Old age woman उसने कहा है कि उनके पास इस झोपड़ी के अलावा अन्य कोई जगह, जमीन और घर नहीं है। उनके द्वारा कई बार वन भूमि के पट्टा के लिए आवेदन दिया गया, लेकिन आज तक पट्टा प्राप्त नहीं हो पाया है। महिला ने कलेक्टर से उक्त भूमि से बेदखल नहीं करने का आग्रह किया है।
Collector Jandarshan: 0.30 हेक्टयेर भूमि पर है निवासरत
वृद्धा के पति स्व. ननकू उपाध्याय भूतपूर्व सैनिक रहे, जिनका सैनिक अधिकारियों के प्रपत्र में उल्लेख है। भूतपूर्व सैनिक स्व. ननकू उपाध्याय विगत 40 वर्ष से शासकीय वन भूमि 0.30 हेक्टेयर में कब्जा कर कच्चा आवासीय भवन निर्माण किए हैं। वर्णित शासकीय वन भूमि पैतृक है। इन्हें आवासीय भवन (Collector Jandarshan) निर्माण हेतु अनापत्ति व वनभूमि कब्जा प्रमाण पत्र प्रदाय किया जाता है।
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