ग्रामीणों का कहना है कि स्व. केन्दी तिग्गा, स्व. लुन्दा तिर्की, स्व. देवर तिर्की व स्व. रफेल तिर्की के नाम पर भी मतदान कराया गया है। इसी प्रकार ऐसे लोग जो गांव से बाहर रहते हैं या दूसरी जगह नौकरी में पदस्थ हैं, उनके नाम पर भी इसी बूथ में फर्जी रूप से मतदान (Fake voting) कराया गया है। शिकायत पत्र में ऐसे लोगों की जानकारी नाम सहित दी गई है।
शिकायत पत्र में बताया गया है कि ग्राम चीड़ापारा सरनाडांड के उमेश लकड़ा वर्तमान में इंडियन आर्मी में, शिवलाल छत्तीसगढ़ पुलिस गरियाबंद में, राजेन्द्र एक्का सीआरपीएफ में, चीड़ापारा भेलतरई के ही रमेश व संदीप उर्फ संजू ने गोवा में मजदूरी करने के कारण मतदान (Fake voting) नहीं किए थे।
Fake voting: सरपंच प्रत्याशी ने की निष्पक्ष जांच की मांग
सरपंच पद की प्रत्याशी प्रभा तिग्गा व ग्रामीणों का कहना है कि मृतकों व गांव से बाहर रहे लोगों ने कैसे मतदान किया? इसकी निष्पक्ष जांच (Fake voting) होनी चाहिए। इनके द्वारा बूथ क्रमांक 92 में खुले रूप से हुए फर्जी मतदान को रद्द कर पुन: मतदान कराने की मांग की गई है।
बता दें कि ग्राम पंचायत चीड़ापारा मैनपाट में मतदाताओं की संख्या 1140 है। यहां से सरपंच पद की लीला तिर्की और प्रभा तिग्गा के बीच हुए मुकाबला में लीला को 391 मत और प्रभा को 383 मत प्राप्त हुए हैं, ऐसे में लीला 8 मतों से विजयी घोषित की गई है।
सीतापुर में भी गड़बड़ी का आरोप, जनपद का किया घेराव
दूसरे चरण के मतदान के दौरान गड़बड़ी (Fake voting) किए जाने का आरोप सीतापुर के ग्रामीणों ने भी लगाया है। आक्रोशित ग्रामीणों ने शुक्रवार को सीतापुर जनपद कार्यालय का घेराव कर विरोध प्रदर्शन किया है।
ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि मतदान समाप्त होने से पूर्व 1 घंटे पहले ही पोलिंग बूथ एजेंटों को बाहर कर दिया गया था। पीठासिन अधिकारियों द्वारा मनमानी की गई है। वहीं ग्रामीणों का आरोप है कि कई ग्रामीणों को वोट नहीं देने दिया गया है।