भंडारे में हुई कहासुनी
पीड़ित खेमपाल सिंह के अनुसार, 15 जून को गांव नसीरपुर में चामुंडा मंदिर पर भंडारा आयोजित किया गया था, जिसमें पंकज भी शामिल हुआ था। इसी दौरान खेमपाल और पंकज के बीच कहासुनी हो गई और माहौल तनावपूर्ण हो गया।
घर के सामने पहुंचकर की फायरिंग
घटना के चार दिन बाद, यानी 19 जून को पंकज अपने साथी भीम सिंह के साथ खेमपाल के गांव नसीरपुर पहुंचा। दोनों आरोपियों ने खेमपाल के घर के सामने बाइक खड़ी कर उसे गालियां दीं और जान से मारने की नीयत से तमंचे से फायर कर दिया। गोलीबारी से गांव में दहशत फैल गई। शोरगुल सुनकर जब लोग जमा हुए तो आरोपी जान से मारने की धमकी देते हुए मौके से फरार हो गए।
पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा, जांच शुरू
खेमपाल की लिखित शिकायत के आधार पर पुलिस ने दोनों आरोपियों पंकज और भीम सिंह के खिलाफ अभियोग पंजीकृत कर लिया है। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू कर दी है।
गांव में तनाव, पुलिस ने बढ़ाई निगरानी
हमले के बाद गांव में तनावपूर्ण माहौल बना हुआ है। पुलिस ने नसीरपुर क्षेत्र में गश्त बढ़ा दी है और आरोपियों की तलाश में संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है।