किसानों ने बैठक में ये रखी मांग
अनूपपुर थर्मल पावर परियोजना से प्रभावित किसानों ने 13 सूत्री मांग पत्र में बताया कि वर्ष 2012 में किसानों ने अपनी भूमि कंपनी को दी थी जिससे कंपनी ने दूसरी कंपनी को बेच दिया है और जब तक नया करारनामा किसानों से नहीं होता है तब तक अनूपपुर थर्मल एनर्जी में किसी भी तरह का कार्य प्रारंभ नहीं किया जाए। पूर्व में किए गए करारनामा के अनुसार स्थाई और स्थानीय नौकरी शैक्षणिक योग्यता के अनुसार देने, एक एकड़ से कम जमीन होने पर नौकरी देने, जिनकी 2 एकड़ से ज्यादा जमीन हो उन्हें प्रति 2 एकड़ के हिसाब से कंपनी में नौकरी देने, प्रभावित क्षेत्र के किसानों को सबसे पहले नौकरी देने, भूमि अधिग्रहण की गई भूमि को पुन: सीमांकित किए जाने की कार्रवाई किए जाने, भूमि अधिग्रहण के पश्चात जो शेष भूमि रह गई है और वहां आने जाने के लिए किसानों को रास्ता नहीं मिल रहा है वहां रास्ता कंपनी प्रदान कराए जाने की मांग की गई। बैठक के दौरान किसानों ने बताया कि 1 अप्रेल 2021 से किसानों को दिया जाने वाला बेरोजगारी भत्ता बंद है जिसे एक मुश्त ब्याज और महंगाई दर के अनुसार बढ़ाकर देने, जब तक प्रभावित कृषकों को रोजगार नहीं दिया जाता है तब तक यह प्रदान करने, जिस निराश्रित परिवार में कोई कमाने वाला सदस्य नहीं है उसे आजीवन यह भत्ता प्रदान करने, प्रभावित क्षेत्र में पेंशन पात्रता धारी सदस्यों को पेंशन देने, परियोजना में जो भी बिजली उत्पादन होती है उसे आवश्यकता अनुसार उपयोग के बाद क्षेत्रीय लोगों को नि:शुल्क प्रदान करने की भी मांग की गई। साथ ही पूर्व में संचालित चिकित्सालय एंबुलेंस एवं सिलाई सेंटर को प्रारंभ करने, प्रभावित क्षेत्र के किसानों के बच्चों के अध्ययन के लिए कक्षा 1 से स्नातकोत्तर तक हॉस्टल सुविधा एवं तकनीकी शिक्षा की व्यवस्था कराए जाने की भी मांग की गई।
क्षेत्र के विकास के लिए बनाई जाए योजना
प्रभावित किसानों ने कहा कि अनूपपुर थर्मल पावर परियोजना से प्रभावित ग्राम पंचायत में सड़क, बिजली, पेयजल और खेल स्टेडियम की व्यवस्था और नि:शुल्क जिम का निर्माण करते हुए पंचायत को इसके संचालन के लिए प्रदत्त किया जाए। पंचायत की अनुमति के बिना किसी भी तरह का कार्य चालू न किया जाए जब तक की किसानों की सभी मांग पूरी नहीं हो जाती है। कंपनी के अधिग्रहण क्षेत्र में जो शासकीय निर्माण हुए हैं उनका पुन: सर्वे कराते हुए ग्राम पंचायत को अवगत कराया जाए और उसका मुआवजा बनाकर पंचायत को प्रदान कराए जाने की बात कही गई। बैठक में ग्राम पंचायत उमरदा सरपंच अखिलेश सिंह, ग्राम पंचायत छतई सरपंच चंदा बाई, राम दयाल साहू, सूर्यभान सिंह, हीरालाल साहू तर्सीली, महेश साहू, उमेश साहू, रामबहोर साहू, राम प्रकाश केवट, शंकर यादव, मुकेश साहू के साथ ही सैकड़ों किसान उपस्थित रहे। इस दौरान कई मुद्दों पर ग्रामीणों ने अपनी बात रखी।