इन ग्रामीणों की फसलों को पहुंचाया नुकसान
मंगलवार एवं बुधवार की मध्य रात्रि चारों हाथी वन परिक्षेत्र जैतहरी के धनगवां बीट अंतर्गत ग्राम पंचायत के क्योटार के कुसुमहाई जंगल में ठहरने बाद देर रात जंगल से निकलकर कुशुमहाई, चोई, पड़रिया में विचरण करते हुए बुधवार की सुबह फिर से धनगवां के जंगल में ठहरे रहे इस दौरान हाथियों ने भोजराज राठौर की बाउंड्री वॉल के साथ 6 ग्रामीण जिसमें बाबूराम राठौर, सुरतिया, धनीराम राठौर, भूखण राठौर, ललन, गोकुल राठौर के खेत एवं बाडिय़ों में लगे विभिन्न तरह के अनाजों को अपना आहार बनाया।
ग्रामीणों ने पटाखे फोड़कर भगाया
हाथी धनगवां के जंगल में दिनभर विश्राम करने बाद देर रात कुशुमहाई, चोई, धनगवां से अनूपपुर-वेंकटनगर मुख्य मार्ग को पार कर कल्याणपुर पहुंचकर रेलवे लाइन को पार करते हुए बलबहरा, शिवनी के तिपान नदी पर स्थित गाजर घाट के जंगल से झाईताल गांव के किनारे से गुरुवार की सुबह होते ही जैतहरी-राजेंद्रग्राम मुख्य मार्ग को गोबरी गांव में स्थित डियो राड के पास से पार करते हुए गोबरी बीट एवं ग्राम पंचायत के झरहीतलैया नामक जंगल में पहुंचकर विश्राम कर रहे हैं हाथियों द्वारा पूरी रात कई गांव में ग्रामीणों के खेतों में लगी फसलों को अपना आहार बनाया ग्रामीण जन हाथियों को अपने इलाके से बाहर करने हो-हल्ला, पटाखा एवं अन्य माध्यमों का उपयोग किया इस बीच वनविभाग का गस्ती दल हाथियों के विचरण के साथ हाथियों एवं आम जनों की सुरक्षा में लग रहा है।