खाते में 2 लाख न होने से अटकी थी अनुमति खाद्य विभाग ने खरीदी केन्द्र के संचालन के लिए जिन स्व सहायता समूह की सूची भोपाल भेजी थी उनके खाते में 2 नवंबर की स्थिति में 2 लाख रुपए होने पर अनुमति मिलनी थी। 13 में से तीन समूह के खाते में राशि थी, जिन्हें अनुमति मिल गई। वहीं 10 समूहों के खाते में निर्धारित राशि न होने के कारण खरीदी की अनुमति नहीं मिली। इन समूहरें ने खरीदी को लेकर के पहले ही दिन से व्यवस्थाएं बना ली थी लेकिन कई दिनों के इंतजार के बाद जब अनुमति नहीं मिली तो यहां लगाए गए टेंट सहित अन्य व्यवस्थाएं हटा ली गई थीं। अब सभी जगह खरीदी का काम शुरू हो गया है।
अब तक किसानों को नहीं हुआ भुगतान जिले भर में धान खरीदी को प्रारंभ हुए 20 दिन का समय बीत रहा है लेकिन अभी तक किसानों को विक्रय किए गए धान का भुगतान नहीं मिल पायाहै। जिलेभर में अब तक विभाग के ऊपर किसानों का 69 करोड़ 57 लाख 56 हजार 987 रुपए का भुगतान बकाया है। जिसके लिए फसल विक्रय के कई दिन हो जाने के बावजूद भुगतान न मिलने से किसान परेशान हो रहे हैं।
इन केंद्रों में शुरू हुई धान की खरीदी जो 10 खरीदी केंद्र शुरू किए गए हैं, उनमें संतोषी स्व सहायता समूह सकोला, एकता स्व सहायता समूह कोठी, विंध्यवासिनी स्व सहायता समूह पटना कला, संवर्धन लक्ष्मी संकुल संगठन भेजरी, एकता संकुल संगठन बरबसपुर, उजाला ग्राम संगठन छिल्पा, जीवन ज्योति संकुल संगठन अनूपपुर विपणन परिसर, एकता ग्राम संगठन तकहुली कृषि उपज मंडी जैतहरी, अनमोल ग्राम संगठन वेंकट नगर सिंघौरा, जीवन दायिनी संकुल संगठन राजेंद्र ग्राम कॉलेज ग्राउंड, सीताराम कुटी ग्राम संगठन बहपुर, सहारा संकुल संगठन जैतहरी मनोरा, एकता संकुल संगठन जमुना कैंप पयारी शामिल हैं।