ज्योतिषी नीतिका शर्मा के अनुसार यह सूर्य ग्रहण आंशिक सूर्य ग्रहण होगा और रात को लगने के कारण भारत में दिखाई नहीं देगा। पहला सूर्य ग्रहण यूरोप, रूस और अफ्रीका में दिखाई देगा। वहीं दूसरा सूर्य ग्रहण 21 सितंबर 2025 को लगेगा और यह भी भारत में नहीं दिखेगा। यह भी आंशिक सूर्य ग्रहण होगा और न्यूजीलैंड, पैसिफिक व अंटार्कटिका में दिखाई देगा।
ग्रहण में बंद कर दिए जाते हैं मंदिरों के द्वार
ज्योतिषाचार्य नीतिका शर्मा के अनुसार सूर्य और चंद्र ग्रहण का विशेष महत्व है। इस दौरान मंदिरों के द्वार बंद कर दिए जाते हैं। इस समय शुभ कार्य पर भी रोक होती है। मान्यता है कि लापरवाही करने या बरतने से शारीरिक और मानसिक सेहत पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। लेकिन यह सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा, इससे सूर्य ग्रहण संबंधित विधि विधान की जरूरत नहीं पड़ती है। इसका सूतक काल भी मान्य नहीं होगा।कहां दिखाई देगा सूर्य ग्रहण
ज्योतिषाचार्य नीतिका शर्मा के अनुसार पहला सूर्य ग्रहण 29 मार्च 2025 को चैत्र मास की कृष्ण पक्ष अमावस्या के दिन लगेगा। यह पूर्ण ग्रहण दोपहर 02:21 बजे से शाम 06:14 बजे तक रहेगा। यह ग्रहण कुल 3 घंटे 53 मिनट की अवधि तक रहेगा।यह विशेष रूप से बरमूडा, बारबाडोस, डेनमार्क, ऑस्ट्रिया, बेल्जियम, उत्तरी ब्राज़ील, फिनलैंड, जर्मनी, फ्रांस, हंगरी, आयरलैंड, मोरक्को, ग्रीनलैंड, कनाडा का पूर्वी भाग, लिथुआनिया, हॉलैंड, पुर्तगाल, उत्तरी रूस, स्पेन, सूरीनाम, स्वीडन, पोलैंड, पुर्तगाल, नॉर्वे, यूक्रेन, स्विट्जरलैंड, इंग्लैंड और अमेरिका के पूर्वी क्षेत्र आदि में देखा जा सकेगा।
उत्तर भाद्रपद नक्षत्र में विशेष संयोग
इस दौरान मीन राशि और उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र में ग्रहों का विशेष संयोग बनेगा। इस दिन मीन राशि में सूर्य और राहु के अतिरिक्त शुक्र, बुध और चंद्रमा उपस्थित होंगे। इससे द्वादश भाव में शनि विराजमान होंगे। इससे तीसरे भाव में वृषभ राशि में बृहस्पति, चौथे भाव में मिथुन राशि में मंगल और सप्तम भाव में कन्या राशि में केतु स्थित होंगे। पांच ग्रहों का प्रभाव एक साथ होने के कारण इस ग्रहण का राशियों पर बहुत गहरा प्रभाव देखने को मिल स कता है।शनि गोचर और सूर्य ग्रहण
ज्योतिषाचार्य नीतिका शर्मा के अनुसार 29 मार्च 2025 को सूर्य ग्रहण के साथ-साथ एक और महत्वपूर्ण ज्योतिषीय घटना हो रही है शनि का गोचर। शनि, जो कुंभ राशि में स्थित थे, मीन राशि में प्रवेश करेंगे। यह विशेष संयोग है, क्योंकि शनि का मीन राशि में प्रवेश 100 वर्षों बाद हो रहा है।प्राकृतिक आपदाओं की आशंका
ज्योतिषाचार्य नीतिका शर्मा के अनुसार चार ग्रहणों की वजह से प्राकृतिक आपदाओं का समय से ज्यादा प्रकोप देखने को मिलेगा। इसमें भूकंप, बाढ़, सुनामी, विमान दुर्घटनाएं का संकेत मिल रहे हैं। प्राकृतिक आपदा में जनहानि कम ही होने की संभावना है। फिल्म और राजनीति से दुखद समाचार। व्यापार में तेजी आएगी। बीमारियों में कमी आएगी। रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। आय में इजाफा होगा।वायुयान दुर्घटना होने की संभावना। पूरे विश्व में राजनीतिक अस्थिरता यानी राजनीतिक माहौल उच्च होगा। राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप ज्यादा होंगे। सत्ता संगठन में बदलाव होंगे। पूरे विश्व में सीमा पर तनाव शुरू हो जायेगा। आंदोलन, हिंसा, धरना प्रदर्शन हड़ताल, बैंक घोटाला, उपद्रव और आगजनी की स्थितियां बन सकती है।