समय से कराएं सर्विसिंग
कार की सही स्थिति बनाए रखने के लिए सबसे पहला कदम है नियमित सर्विसिंग है। हर 6 महीने या 5,000-10,000 किलोमीटर पर अपनी कार को सर्विसिंग के लिए ले जाएं। इस दौरान इंजन ऑयल बदलवाना, एयर फिल्टर की जांच करना और ब्रेक पैड की स्थिति देखना बेहद महत्वपूर्ण होता है। यह छोटी सर्विसिंग भविष्य में बड़ी समस्याओं से बचाती है।
टायरों की करें देखभाल
टायर आपकी कार के लिए बेहद अहम होते हैं। इन्हें समय-समय पर चेक करें कि कहीं इनमें हवा कम तो नहीं है या घिसावट तो नहीं हो रही। टायर का प्रेशर हमेशा मैन्युफैक्चरर के अनुसार रखें और हर 6,000 किलोमीटर पर इनकी रोटेशन करवाएं। असंतुलित या खराब टायर से न केवल फ्यूल खपत बढ़ती है, बल्कि यह सस्पेंशन को भी नुकसान पहुंचा सकते हैं। ये भी पढ़ें-Best Mileage Tips: ज्यादा माइलेज चाहिए? तो कार चलाते समय रखें ये परफेक्ट स्पीड इंजन ऑयल और कूलेंट की करें जांच
इंजन ऑयल कार के इंजन के लिए जीवन रेखा की तरह काम करता है। इसे नियमित रूप से चेक करें और जरूरत पड़ने पर बदलवाएं। साथ ही, कूलेंट लेवल को भी चेक करें ताकि इंजन अधिक गर्म न हो जाए। इन छोटे लेकिन महत्वपूर्ण पहलुओं की अनदेखी से महंगी मरम्मत हो सकती है।
ब्रेकिंग सिस्टम का सही से करें देखभाल
ब्रेक सिस्टम आपकी सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण है। अगर ब्रेक दबाने पर कोई आवाज आती है या पैडल सख्त लगता है, तो इसे तुरंत जांचवाना जरूरी है। ब्रेक फ्लूइड को हर दो साल में बदलें और पैड्स को समय पर रिप्लेस करवाएं। ये भी पढ़ें- 2025 Maruti Wagon R: पहले से ज्यादा सुरक्षित हुई मारुति सुजुकी वैगन आर, जानें क्या कुछ बदला? सही से करें ड्राइविंग
तेज रफ्तार, अचानक ब्रेक लगाना और ओवरलोडिंग से कार के पुर्जों पर दबाव पड़ता है। स्मूथ ड्राइविंग और सही वजन सीमा ( तय सीमा से ज्यादा वजन न डालें) का पालन करने से इंजन, सस्पेंशन और टायर सुरक्षित रहते हैं। इसके अलावा, बारिश में कार को साफ रखने से जंग नहीं लगता, और गर्मियों में इंजन को ठंडा रखने के लिए कूलिंग सिस्टम पर ध्यान देना जरूरी है।