ड्राइविंग स्टाइल में लाएं बदलाव
आपकी गाड़ी का माइलेज काफी हद तक इस पर निर्भर करती है कि आप उसे कैसे चलाते हैं। रश ड्राइविंग और जरूरत से ज्यादा तेज रफ्तार आपकी कार का ज्यादा फ्यूल खर्च करती है। कोशिश करें कि कार की स्पीड 60-80 किमी प्रति घंटे के बीच रखें। बार-बार ब्रेक लगाना, क्लच दबाना और अचानक एक्सीलरेट करना माइलेज को खराब कर सकता है। इसलिए स्मूथ और बैलेंस ड्राइविंग अपनाएं।
इंजन पर ज्यादा भार डालने से बचें
कार का इंजन अगर ज्यादा लोड में रहेगा, तो ज्यादा फ्यूल खर्च करेगा। इसलिए अनावश्यक सामान को बूट स्पेस में रखने से बचें। साथ ही, जरूरत से ज्यादा पैसेंजर्स को कार में न बैठाएं, क्योंकि इससे इंजन पर दबाव बढ़ता है और माइलेज कम होता है।
ये भी पढ़ें- कीमत ज्यादा या कुछ और? जानें, KIA EV6 को भारत में आखिर क्यों नहीं मिला एक भी ग्राहक? हमेशा अच्छी क्वॉलिटी का फ्यूल डलवाएं
फ्यूल की क्वालिटी का सीधा असर कार के माइलेज पर पड़ता है। किसी भी पेट्रोल पंप से फ्यूल डलवाने की बजाय, भरोसेमंद और अच्छे पेट्रोल पंप से ही रीफ्यूल कराएं। घटिया क्वालिटी का फ्यूल इंजन को नुकसान पहुंचा सकता है और माइलेज पर निगेटिव प्रभाव डाल सकता है।
टायर प्रेशर और सर्विसिंग का रखें ध्यान
टायर का सही एयर प्रेशर बनाए रखना बेहद जरूरी है। अगर टायर में हवा कम होगी, तो कार को ज्यादा मेहनत करनी पड़ेगी और माइलेज कम हो जाएगा। रेगुलरली टायर प्रेशर चेक करें। साथ ही, समय-समय पर इंजन की सर्विसिंग कराते रहें, ताकि उसकी परफॉर्मेंस बनी रहे और माइलेज भी बेहतर हो।
ये भी पढ़ें- नए साल में Tata Motors की कार बिक्री में भारी गिरावट, पंच का नंबर-1 वाला ताज खतरे में! जरूरत हो, तभी AC का इस्तेमाल करें
AC का इस्तेमाल फ्यूल की खपत को बढ़ा सकता है। जब बहुत जरूरी हो, तभी एसी चलाएं और एयर थ्रो को बैलेंस रखें। अगर मौसम अच्छा हो, तो खिड़कियां बंद रखते हुए एसी की बजाय नैचुरल एयर फ्लो का उपयोग करें।
इन आसान टिप्स को अपनाकर आप अपनी कार की माइलेज को बेहतर बना सकते हैं और फ्यूल पर होने वाले अतिरिक्त खर्च को बचा सकते हैं।
ये भी पढ़ें- कार लोन लेने से पहले जान लें ये 5 जरूरी बातें, वरना बाद में पछताने का कोई फायदा नहीं