कार की समय पर सर्विस कराएं
मानसून शुरू होने से पहले अपनी कार की जांच जरूर करवा लें। सबसे पहले वाइपर ब्लेड्स को चेक करें अगर ये घिस चुके हैं तो तुरंत बदलवा लें। टायरों की ग्रिप यानी ट्रेडिंग अच्छी होनी चाहिए ताकि गाड़ी फिसले नहीं। साथ ही गाड़ी के इलेक्ट्रिक सिस्टम जैसे हेडलाइट्स, इंडिकेटर और ब्रेक लाइट की भी जांच जरूरी है ताकि किसी भी स्थिति में आपका वाहन साथ दे।
हाई बीम से बचें
बारिश में हेडलाइट्स का इस्तेमाल तो जरूरी है, लेकिन हाई बीम लगाने से बचें। हाई बीम की रोशनी बारिश की बूंदों से टकराकर वापस आपकी आंखों में पड़ सकती है जिससे विजन कम हो जाता है। साथ ही सामने से आने वाले वाहन चालकों की आंखें भी चौंधिया सकती हैं। बेहतर होगा कि लो बीम और फॉग लाइट्स का इस्तेमाल करें। यह भी पढ़ें:
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बरसात में सड़कें फिसलन भरी हो जाती हैं इसलिए तेज रफ्तार से बचें। गाड़ी को धीमी लेकिन स्थिर गति में चलाएं और लेन का ध्यान रखें। अचानक ब्रेक लगाने से पीछे से आ रही गाड़ी टकरा सकती है। मोड़ों और पानी भरे हिस्सों पर रफ्तार और भी कम रखें।
दूरी बनाए रखें
बरसात में ब्रेक लगने का असर थोड़ा धीमा हो जाता है। इसलिए अपने वाहन और सामने चल रहे वाहन के बीच उचित दूरी रखें। इससे अगर अचानक ब्रेक लगाने की नौबत आए तो आप समय पर प्रतिक्रिया कर सकें और दुर्घटना से बचा जा सके।
जब जरूरत हो, तो रुक जाएं
अगर बारिश बहुत तेज हो और आगे का रास्ता दिखाई न दे रहा हो तो बेहतर होगा कि किसी सुरक्षित स्थान पर रुक जाएं। अपनी गाड़ी की हैजर्ड लाइट्स चालू कर दें ताकि अन्य वाहन चालकों को आपकी उपस्थिति का पता चल सके। खासकर नए ड्राइवरों के लिए यह सलाह बहुत महत्वपूर्ण है। साथ ही जलभराव वाली सड़कों पर गाड़ी चलाने से बचें क्योंकि इससे गाड़ी का इंजन बंद हो सकता है। मानसून में गाड़ी चलाना चुनौतीपूर्ण हो सकता है लेकिन
सही जानकारी और सावधानी से यह अनुभव भी मजेदार और सुरक्षित बन सकता है। ऊपर बताए गए टिप्स को अपनाकर आप खुद को और दूसरों को सुरक्षित रख सकते हैं।