Milkipur By-Election 2025: मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव की रण भूमि सज गई है। प्रत्याशियों के पास करीब 12 दिन का चुनाव प्रचार करने का मौका है। उपचुनाव के लिए इस सीट पर 5 फरवरी को वोट डाले जाएंगे। 8 फरवरी को परिणाम आना है। समाजवादी पार्टी ने सपा सांसद अवधेश प्रसाद के बेटे अजीत प्रसाद को चुनाव मैदान में उतारा है तो बीजेपी ने भी जातीय समीकरण साधते हुए चंद्रभानु पासवान को अपना उम्मीदवार बनाया है। पिछले कई चुनाव के आंकड़ों पर नजर डालें तो यहां पर सपा और भाजपा के बीच ही टक्कर हुई है। इस सीट से समाजवादी पार्टी के वर्तमान सांसद अवधेश प्रसाद दो बार विधायक चुने गए हैं। इस विधानसभा में तीन लाख 70 हजार 829 मतदाता
है। जिनमें पुरुष एक लाख 92 हजार 984 व महिला मतदाता एक लाख 77 हजार 838 हैं। युवा मतदाता 4811,दिव्यांगजन 4011 व 85 वर्ष से अधिक उम्र वाले 3001 मतदाता हैं।
किसे कौन सा चुनाव चिन्ह मिला
सपा प्रत्याशी अजीत प्रसाद को पार्टी का सिंबल साइकिल भाजपा प्रत्याशी चंद्रभानु पासवान कमल चुनाव निशान आवंटित हुआ है। मौलिक अधिकार पार्टी के रामनरेश चौधरी को आटो रिक्शा, राष्ट्रीय जनवादी पार्टी की सुनीता को आरी, आजाद समाज पार्टी के संतोष कुमार को केतली, अरविंद कुमार को हाथ गाड़ी, कंचनलता को द्वार घंटी, भोलानाथ को अंगूठी, वेदप्रकाश को फुटबाल खिलाड़ी व संजय पासी को कैमरा चुनाव निशान आवंटित हुआ है। चुनाव निशान आवंटन के साथ नामांकन प्रक्रिया समाप्त हो गई। उम्मीदवार तीन फरवरी को सायं छह बजे तक चुनाव प्रचार कर सकेंगे। पांच फरवरी को मतदान व आठ फरवरी को मतगणना है। निर्णायक होगा ब्राह्मण वोट बैंक
सपा सांसद अवधेश प्रसाद अब तक 13 चुनाव लड़ चुके जिनमें उन्हें 9 बार सफलता मिली है। सात बार वह सुहावल सीट से विधायक बने हैं। जबकि दो बार मिल्कीपुर विधानसभा सीट से उन्होंने जीत दर्ज की है। इस नौ बार के चुनाव में करीब आठ बार अवधेश प्रसाद के सामने विभिन्न राजनीतिक दलों ने पासी समाज से अपना उम्मीदवार बनाया है। लेकिन वह चुनाव जीत नहीं सके हैं। लोगों के मुताबिक इस बार यहां पर ब्राह्मण वोट निर्णायक होगा। ब्राह्मण वोट बैंक किसके पाले में जाएगा। यह बात अभी भविष्य के गर्त में छिपी है। अब अखिलेश यादव समेत 40 दिग्गज सपा के नेता चुनाव प्रचार करेंगे। इसके लिए समाजवादी पार्टी ने लिस्ट जारी कर दी है।