मोबाइल की खरीदारी से हुआ खुलासा
प्राप्त जानकारी के अनुसार, कोतवाली पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि कुछ युवक साइबर ठगी कर महंगे मोबाइल खरीदते हैं और फिर उन्हें सस्ते दामों में बेचने की फिराक में हैं। इस सूचना पर कोतवाली और साइबर सेल की दो टीमों का गठन किया गया। मुखबिर के इशारे पर पुलिस ने प्राइवेट बस अड्डे से तीन आरोपियों—अंजेश सरोज (19), आदित्य सिंह (18), और दीपक (19) को हिरासत में लिया। उनके कब्जे से 2 नए मोबाइल, 5 पुराने मोबाइल, 7 बैंक कार्ड, 3 अलग-अलग बैंकों के चेक और 2500 रुपये नकद बरामद किए गए। पूछताछ के दौरान इन आरोपियों ने बताया कि उनका एक अन्य साथी गाजियाबाद और दिल्ली क्षेत्र में क्रेडिट कार्ड डिटेल्स जुटाने गया है। इस सूचना पर दिल्ली में पहले से तैनात दूसरी टीम को सतर्क किया गया। कार्रवाई करते हुए दिल्ली पुलिस टीम ने नायाब अनवर (25) निवासी दानापुर, पटना (बिहार) और संयम जैन (32) निवासी उत्तम नगर, दिल्ली को गिरफ्तार कर लिया। इनके पास से 23 सील पैक नए मोबाइल, 3 पुराने मोबाइल, 7 विभिन्न प्रकार के कार्ड, 1250 रुपये नकद और एक कार (DL12CQ1300) बरामद की गई।
ऐसे करते थे ठगी गिरफ्तार आरोपियों ने बताया कि वे एक संगठित गिरोह के रूप में काम करते हैं। ये लोग कॉल कर खुद को क्रेडिट कार्ड कंपनी का अधिकारी बताकर कार्डधारकों को रिनुअल, लिमिट बढ़ाने या रिवॉर्ड प्वाइंट कैश कराने के बहाने झांसे में लेते और उनसे कार्ड की डिटेल व OTP हासिल करते। इसके बाद ऑनलाइन शॉपिंग पोर्टल्स से महंगे मोबाइल फोन खरीदकर पेमेंट ठगी से हासिल कार्ड से करते और फिर बाजार में सस्ते दामों में बेचकर मुनाफा कमाते।
इस पूरी कार्रवाई के आधार पर थाना कोतवाली में मुकदमा संख्या 298/25, धारा 317(2), 318(4), 319(2), 3(5) बीएनएस के अंतर्गत मामला दर्ज किया गया है।