उन्हें इस संबंध में ज्ञापन सौंपा है। महिलाओं ने क्षेत्रीय विधायक व जिला भाजपा अध्यक्ष से मुलाकात कर चौकी प्रभारी के खिलाफ शिकायत की है। घटना को लेकर चौकी प्रभारी की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगे हैं।
दो ग्रामीणों को इन धाराओं के तहत गिरफ्तार किया
ग्राम पिनकापार में पुलिस से मारपीट करने के मामले में चौकी प्रभारी ने जितेन्द्र कुमार व धनेश कुमार को गिरफ्तार कर पुलिस ने रिमांड में भेजा है। पुलिस ने दोनों भाई के खिलाफ देवरी थाने में धारा 115 (2), 121(1), 132, 221, 296, 3(5), 324(4), 351 (3) के तहत अपराध दर्ज किया गया है।
पीड़ित पक्ष पर ही उतारा गुस्सा
महिलाओं किरण एवं तोमेश्वरी बाई ने बताया कि 26 जून की रात करीब साढ़े नौ बजे पिनकापार चौकी प्रभारी की ओर से अपने निजी कार्य के लिए बुलवाई गई जेसीबी मशीन अचानक गांव के ही जितेंद्र के घर में घुस गई थी। घर में रहने वाले सभी लोग बाल बाल बचे और घबरा कर बाहर आकर देखा तो जेसीबी चालक भी नशे में धुत था। इस दौरान भीड़ एकत्र हो गई और पुलिस को सूचना दी। चौकी प्रभारी सिविल ड्रेस में मौके पर पहुंचे। जेसीबी चालक को गाड़ी से निकालकर ले जा रहे थे। घर वालों ने जेसीबी मालिक को बुलाकर क्षतिग्रस्त मकान को बनाने की मांग की। पुलिस विभाग के अधिकारी कर्मचारियों ने पीड़ित पक्ष की बात सुनने के बजाय उन्ही के ऊपर अपना गुस्सा उतारा और घर वालों से मारपीट की।
देवरी टीआई पर भी गंभीर आरोप लगाए
पीड़िता किरण बाई ने बताया कि गांव में माहौल बिगड़ने के बाद देवरी पुलिस भी मौके पर पहुंची। उन्होंने भी अपने साथियों के पक्ष में बात करते हुए पीड़ित पक्ष के 2 लोगों को उठाकर थाने ले गई और उनके खिलाफ पुलिस से
मारपीट, जेसीबी चालक से मारपीट का मामला बनाकर जेल भेज दिया। महिलाओं का कहना है कि जब उन्होंने मौखिक क्षतिपूर्ति की बात कही तो प्रभारी ने उन्हें थप्पड़ मारा और रातभर थाने में बैठाकर मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया।
देवरी टीआई ने पीड़ित पक्ष की शिकायत सुने बिना सिर्फ समझौते पर हस्ताक्षर करवा लिया। इसके बाद एकतरफा कार्रवाई कर जितेन्द्र एवं धनेश को जेल भेज दिया गया। दोनो आरोपियों की पत्नी, मां एवं उनके बच्चे शनिवार को बालोद एसपी कार्यालय पहुंचे। पीड़ित परिवार के लोगों ने रोते बिलखते हुए एसपी से मामले की निष्पक्ष जांच औरर दोनों अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की।