पूर्व सरपंच कार्यकाल का हिसाब किताब देने को तैयार
नई सरपंच ममता अश्विनी डड़सेना ने पदभार नहीं ग्रहण किया है। उनके पहले यहां सरिता ध्रुव सरपंच थीं। सरपंच ममता डड़सेना और उनके पति ने इस बात को लेकर पदभार ग्रहण करने से मना कर दिया है कि उन्हें पूरे 5 सालों का एक-एक चीज का हिसाब चाहिए। निवर्तमान सरपंच सरिता ध्रुव का कहना है कि उनके पास वह हिसाब देने को तैयार हैं। लेकिन नई सरपंच ने पदभार लेने से साफ मना कर दिया, जिससे अब तक गांव में विकास ठप पड़ा हुआ है। यह भी पढ़े : सचिव भी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर
पदभार ग्रहण की बात को लेकर जहां गांव में विकास कार्य ठप चल रहा है। वहीं जिसके पास हिसाब किताब रहता है। वही ग्राम पंचायत सचिव कौशल्या साहू संगठन के आह्वान पर हड़ताल के पंडाल में बैठी हुई हैं। पांच साल के हिसाब के मामले में उनसे जानकारी लेने का प्रयास किया गया पर कोई जवाब नहीं दिया।
यह भी पढ़े : हिसाब किताब सब ठीक है, फ़ाइल भी देख सकते हैं
पूर्व सरपंच सरिता ध्रुव ने कहा कि वह पदभार देने के लिए तैयार थीं। जो भी हिसाब-किताब था, वह सब दे रहे थे। लेकिन नवनिर्वाचित सरपंच ममता और उनके पति अश्वी पूरे 5 साल का हिसाब मांग रहे थे, जो कि उस समय संभव नहीं था। वे पदभार ले लेते और फिर 5 साल का रिकॉर्ड स्वयं देख सकते थे। पंचायत में क्या काम हुआ है कहां कितना पैसा खर्च हुआ है, सब तो ऑनलाइन रिकॉर्ड में रहता ही है। जैसा पूर्व सरपंच से उन्हें पदभार मिला था, उसी परंपरा के तहत उन्हें पदभार देना चाहते थे। लेकिन उन्होंने पदभार नहीं लिया। इस बात की उन्होंने जनपद सीईओ को सूचना दे दी है।
सचिव के हड़ताल से लौटने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी
पंचायत निरीक्षक जनपद पंचायत बालोद चंपेश्वर यदु ने कहा कि 10 मार्च को ग्राम पंचायत अंगारी में नवनिर्वाचित सरपंच को पदभार ग्रहण कराने के लिए करारोपण अधिकारी को भेजा गया था। पर वर्तमान सरपंच ममता डड़सेना ने पदभार ग्रहण करने से पहले पूर्व सरपंच के 5 साल के कार्यकाल का हिसाब मांगने लगीं। वहीं अब सचिव अनिश्चितकालीन हड़ताल में हैं। सचिव ग्राम पंचायत में काम करने वापस आएंगे तब आगे की कार्रवाई की जाएगी।