गौरतलब है कि राष्ट्रीय राजमार्ग-343 में टू लेन सडक़ निर्माण (NH repairing) के लिए रामानुजगंज से अंबिकापुर तक टेंडर की प्रक्रिया पूर्ण हो गई है एवं इसके लिए तेजी से पेड़ की भी कटाई हो रही है। कार्य संभवत: सितंबर-अक्टूबर से प्रारंभ होगा। वहीं उसके पहले सडक़ के मरम्मत के लिए 10 करोड रुपए स्वीकृत हुए हैं।
लेकिन मरम्मत के नाम पर सिर्फ लीपापोती का खेल हो रहा है। शनिवार को बरसते पानी के बीच शाम को अग्रसेन चौक से लेकर बास डिपो तक पैच वर्क (NH repairing) का कार्य कराया गया जो सिर्फ दो दिन तक ही चला। सोमवार को फिर से सडक़ वही स्थिति में आ गया। इसे लेकर लोगों में गहरा आक्रोश है।
ये भी पढ़ें: Crime News: कीचड़ में फंसी थी स्कॉर्पियो, पुलिस ने दरवाजा खोला तो भीतर का नजारा देख रह गई हैरान NH repairing: रामानुजगंज से अंबिकापुर तक आना-जाना मुश्किल
राष्ट्रीय राजमार्ग (NH repairing) की स्थिति अत्यंत दयनीय हो गई है। रामानुजगंज से बलरामपुर होते हुए अंबिकापुर जाना मुश्किल हो गया है, सडक़ इतनी खराब है कि चार पहिया वाहन प्रतिदिन गड्ढों की चपेट में आने से खराब हो जा रहे हंै। बड़े व यात्री वाहन भी बहुत मुश्किल से चल रहे हंै। वहीं प्रतिदिन दुर्घटनाएं भी हो रहीं हैं।