हत्या की यह वारदात 2 मई को सामने आई, जब गोंडा निवासी हरेंद्र वर्मा (25) का शव ससुराल से महज 50 मीटर की दूरी पर खून से लथपथ हालत में मिला। पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि हरेंद्र की पत्नी उमा देवी ने अपने प्रेमी जितेंद्र के साथ मिलकर इस हत्या की साजिश रची थी। मामले में कुल 7 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
छह साल से था प्रेम संबंध, पति बना रोड़ा पूछताछ में आरोपी जितेंद्र ने बताया कि उसका उमा देवी से पिछले छह साल से प्रेम संबंध था। लेकिन चार साल पहले उमा की शादी जबरन हरेंद्र से करा दी गई थी। इसके बावजूद दोनों के बीच मुलाकातें जारी रहीं। एक-दूसरे से शादी करने की चाह में दोनों ने हरेंद्र को रास्ते से हटाने की योजना बनाई।
कई बार की थी हत्या की कोशिश, साथियों की ली मदद हत्या की योजना पहले भी कई बार बनाई गई थी, लेकिन सफल नहीं हो सके। आखिरकार, उन्होंने अपने जान-पहचान के लोगों — मुकेश कुमार, सचिन, अखिलेश यादव, संतोष और मुकेश साहू — को भी इसमें शामिल कर लिया। सबने मिलकर 2 मई को हरेंद्र की चाकू से गला रेतकर हत्या कर दी।
सबूतों के आधार पर खुली साजिश की परतें पुलिस ने घटनास्थल से खून से सना चाकू, खून लगे कपड़े-जूते, दो बाइक और छह मोबाइल फोन बरामद किए हैं। सर्विलांस और फोरेंसिक जांच की मदद से पुलिस ने साजिश का पर्दाफाश किया।
घर का इकलौता बेटा था हरेंद्र हरेंद्र के चाचा लल्लू वर्मा ने बताया कि वह परिवार का इकलौता बेटा था। उसकी तीन बहनें हैं — जिनमें से एक की शादी हो चुकी है जबकि दो की अभी बाकी है। पिता लुधियाना में मजदूरी करते हैं और हरेंद्र घर पर रहकर खेती करता था।