जानकारी के मुताबिक, नरैनी के SDM अमित शुक्ला ने खुरहंड क्षेत्र में अवैध मौरंग से भरे दो ट्रकों को सीज किया था। आरोप है कि इन ट्रकों को छुड़ाने के लिए विधायक प्रकाश द्विवेदी ने पहले SDM को फोन कर दबाव बनाया। जब SDM ने मना कर दिया, तो विधायक अपने समर्थकों के साथ खुरहंड चौकी पहुंच गए। वहां उनकी SDM से तीखी बहस हुई, जो जल्द ही हिंसक झड़प में बदल गई।
SDM अमित शुक्ला का आरोप है कि विधायक ने उन्हें थप्पड़ मारा और उनके समर्थकों ने लाठियों से उनकी पिटाई की। जब चौकी के सिपाही और SDM के ड्राइवर ने बीच-बचाव की कोशिश की, तो उनके साथ भी मारपीट की गई।
विधायक सहित 25-30 अज्ञात लोगों पर FIR
इस घटना के बाद SDM के ड्राइवर की शिकायत पर खुरहंड पुलिस चौकी में विधायक प्रकाश द्विवेदी और उनके तीन समर्थकों सहित 25-30 अज्ञात लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। FIR में सरकारी काम में बाधा डालने, मारपीट और दबंगई की धाराएँ लगाई गई हैं। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है। इस घटना ने विपक्षी दलों को बीजेपी पर हमला करने का मौका दे दिया है। समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए इसे ‘बीजेपी की गुंडागर्दी’ और ‘लोकतंत्र का अपमान’ बताया है। उन्होंने विधायक पर अवैध खनन माफिया से जुड़े होने का भी आरोप लगाया है और कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
प्रकाश द्विवेदी, बांदा सदर से दो बार के विधायक हैं और अपनी ‘जनता दरबार’ के लिए जाने जाते हैं। हालांकि, उनके खिलाफ पहले भी रिश्वतखोरी का एक आपराधिक मामला दर्ज है।