इटीएफ और त्वरित प्रतिक्रिया दल के कर्मचारियों ने तालुक के अरेहल्ली होबली में उपद्रव मचाने वाले हाथियों पर नजर रखी। इनमें से एक हाथी की पहचान हुई। एक पशु चिकित्सक ने इस हाथी को बेहोश करने के लिए ट्रैंक्विलाइजर डार्ट का इस्तेमाल किया। बाद में, पालतू हाथियों की मदद से उसे पकड़ा गया।
इस अभियान में पालतू हाथी प्रशांत, महेंद्र, एकलव्य, धनंजय, हर्ष और भीमा शामिल थे। विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने अभियान की निगरानी की, जो कुछ और दिनों तक जारी रहेगा।शुक्रवार को बेलूर तालुक के कोगोडू में हाथी के हमले में एक महिला की मौत के बाद विभाग ने यह अभियान चलाने का फैसला किया। इस घटना के बाद स्थानीय लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया। पिछले दो महीनों में हासन जिले में हाथियों के हमले में यह चौथी मौत थी। वन मंत्री ईश्वर खंड्रे ने अधिकारियों को उपद्रव मचाने वाले तीन हाथियों को तुरंत पकडऩे के निर्देश दिए हैं।