सरकार ने मेघालय में शिलांग के स्कूल निरीक्षक एवं उप मंडल स्कूल शिक्षा अधिकारी पी सुन्न और जिला एमआइएस, पीएम-पोषण, शिलांग आर. खारसिंतिव को नियुक्त किया है। यह टीम संबंधित जिला प्रशासन के साथ समन्वय करेगी और मेघालय के छात्रों के अभिभावकों को जानकारी उपलब्ध कराने में मदद करेगी। बाद में घटना पर एक विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत होगी। इस स्कूल में एलकेजी से कक्षा 8 तक कुल 202 छात्र पढ़ते हैं। छात्रावास में रहने वाले 30 छात्रों में से 24 मेघालय के हैं। मेघालय सरकार का शिक्षा विभाग मंड्या जिलाधिकारी के साथ लगातार संपर्क में है।
उल्लेखनीय है कि 14 मार्च को मलवल्ली के एक समूह ने होली Holi समारोह के हिस्से के रूप में एक दावत आयोजित की थी। बाद में बचा हुआ खाना मंड्या जिले के मलवल्ली तालुक के टी. कागेपुर गांव में गोकुल विद्या संस्थान के छात्रावास के छात्रों में वितरित की गई। स्कूल में कथित तौर पर एक ऐसी व्यवस्था है जिसके तहत छात्रावास के छात्रों को आस-पास के कार्यक्रमों, समारोहों या शादियों से बचा हुआ खाना दिया जाता है।
भोजन करने के अगले दिन छह छात्रों ने पेट दर्द की शिकायत की और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। रविवार को केरलोंग बेहोश हो गया और उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित किया। अस्पताल में भर्ती 28 छात्रों में से सात की हालत गंभीर है और एक वेंटिलेटर पर है।