प्राप्त जानकारी के अनुसार, एचएएल एयरपोर्ट प्रतिदिन लगभग 12 छोटे विमानों को संभालता है, जिनमें रक्षा बलों, वीआईपी और निजी संस्थाओं द्वारा उपयोग किए जाने वाले विमान शामिल हैं। इसका एकल रनवे, जिसकी लंबाई 3,306 मीटर और चौड़ाई 61 मीटर है, 24/7 चालू रहता है और इसमें 30 विमान पार्किंग स्थल हैं। नई स्वीकृत योजना 2047 तक सालाना 40 लाख यात्रियों को समायोजित करेगी। व्यस्त समय के दौरान, हवाई अड्डा लगभग 2,500 यात्रियों को संभाल सकता है।
साल 2008 में वाणिज्यिक परिचालन बंद करने से पहले, एचएएल एयरपोर्ट ने 2007-08 वित्तीय वर्ष के दौरान 10 लाख से अधिक यात्रियों को संभाला था। इसके अलावा, 500 वाहनों की क्षमता वाली छह मंजिला बहु-स्तरीय कार पार्किंग संरचना का निर्माण किया जाएगा और टर्मिनल के सामने दो लेन वाली सड़क को भी चार लेन में चौड़ा किया जाएगा ताकि पहुँच और यातायात प्रवाह को बढ़ाया जा सके।
हालाँकि एयरपोर्ट का रनवे अपरिवर्तित रहेगा, लेकिन बैंगलोर इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड के साथ इसका एक्सक्लूसिविटी एग्रीमेंट, जो 150 किलोमीटर के दायरे में अन्य एयरपोर्ट को रोकता है, 24 मई, 2033 को समाप्त हो जाएगा।
बेंगलूरु का दूसरा एयरपोर्ट बनेगा
साल 2004 में हस्ताक्षरित रियायत समझौते के तहत, एचएएल एयरपोर्ट को नागरिक परिचालन के लिए फिर से खोलने की योजना है, जो प्रभावी रूप से बेंगलूरु का दूसरा एयरपोर्ट बन जाएगा। शहर के तेजी से विस्तार को देखते हुए अतिरिक्त एयरपोर्ट की मांग बनी रहेगी। एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार पुनर्निर्मित एचएएल हवाई अड्डा निकटवर्ती शहरों के लिए क्षेत्रीय संपर्क योजना (उड़ान) संचालन के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में भी काम कर सकता है।