केइए के कार्यकारी निदेशक एच. प्रसन्ना और प्रशासनिक अधिकारी इस्लाहुद्दीन गडयाल ने प्रतिनिधिमंडल को केइए में पारदर्शिता और परिचालन दक्षता बढ़ाने के लिए किए गए विभिन्न सुधार उपायों का विवरण देते हुए एक प्रस्तुति दी।
प्रवेश परीक्षाओं को पारदर्शी तरीके से आयोजित करने और व्यावसायिक पाठ्यक्रमों के लिए सीट आवंटन प्रक्रिया पर व्यापक चर्चा हुई। प्रतिनिधिमंडल को कदाचार को रोकने के लिए शुरू किए गए सुधारों के बारे में भी जानकारी दी गई।
प्रसन्ना ने बताया कि महाराष्ट्र टीम ने ऑनलाइन आवेदन, दस्तावेज सत्यापन, चेहरे की पहचान तकनीक सहित वेबकास्टिंग और इंजीनियरिंग एवं मेडिकल पाठ्यक्रमों के लिए एक साथ सीट आवंटन प्रक्रिया की सराहना की। कर्नाटक कॉमन एंट्रेंस टेस्ट प्रणाली लागू करने वाला पहला राज्य था। इस मॉडल का अध्ययन करने के लिए महाराष्ट्र का प्रतिनिधिमंडल राज्य के दो दिवसीय दौरे पर है। इस अवसर पर महाराष्ट्र कॉमन एंट्रेंस टेस्ट सेल के आयुक्त और एडमिशन रेगुलेटरी अथॉरिटी के सदस्य सचिव दिलीप सरदेसाई भी उपस्थित थे।