तेज हवा से 15 क्विंटल आम गिरे
लसाड़ा, पालोदा, कोटड़ा बड़ा, मेतवाला व सामागड़ा पंचायतों के दर्जनभर गांवों में पेड़ों से आम टूट कर गिर गए। महुए के फूलों को भी नुकसान हुआ। नड़ियादा निवासी धीरेंद्रप्रताप सिंह सिसोदिया बताते हैं कि इस साल आम की पैदावार अच्छी थी, लेकिन फरवरी माह में ही गर्मी से आम के मंझर कम हो गए और अब तूफ़ान से करीब 15 से 20 क्विंटल आम गिर गए।अधिक तापमान से स्थानीय स्तर पर बनी स्थिति
मोहनलाल सुखाडिया विश्वविद्यालय के भूगोल विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष प्रो. नरपत सिंह राठौड़ बताते हैं कि राजस्थान एवं मध्य प्रदेश के कई स्थानों पर अंधड़ चली और बारिश हुई। राजस्थान में खासतौर से वागड़-मेवाड़ प्रभावित क्षेत्र रहा। इसका मुख्य कारण बंगाल की खाड़ी एवं अरब सागर से आने वाली नमी है। पिछले कई दिनों से गुजरात, मध्यप्रदेश और राजस्थान में अधिक तापमान से स्थानीय स्तर पर प्रति चक्रवातीय स्थिति बनने से अचानक इस तरह की स्थिति है। मध्य अप्रेल से लेकर मई तक इस तरह के अंधड़ एवं बिजली गिरने का प्रकोप बनेगा।राजस्थान विधानसभा में 17 साल से कोई विधायक नही लाया निजी विधेयक, जानें क्यों
तीन दिन रहेगा तापमान
तारीख – न्यूनतम – अधिकतम13 अप्रेल – 25 – 42
14 अप्रेल – 26 – 43
15 अप्रेल – 26 – 43।