सूर्योदय से पहले उतारने से बचा गोवंश
रविवार देर रात करीब दो बजे छोटे-बड़े भारवाहक वाहनों का काफिला दानपुर क्रॉस कर बॉर्डर पर पहुंचा, जहां एमपी पुलिस और प्रशासन के भारी सुरक्षा अमले ने रोक दिया। ऐसे में गाड़ियों की वापसी पर दिन में भीषण गर्मी के हालात के मद्देनजर पुलिस ने रातों-रात गोशालाओं की क्षमता अनुसार गोवंश उतारने का इंतजाम किया। सदर सीआई बुधाराम विश्रोई के साथ विशेष टीम जुटाई गई, जिसने सुबह होने से पहले सभी गाड़ियों से गोवंश उतरवा दिया। हालांकि तब तक दो गोवंश मर चुके थे। बावजूद इसके 288 को बचा लिया गया। इस संबंध में मामला भी दर्ज किया गया है।रोत का बड़ा आरोप
वहीं BAP सांसद राजकुमार रोत ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिए आरोप लगाया कि बांसवाड़ा से सटे मध्यप्रदेश बॉर्डर पर 52 ट्रकों में ठूंस-ठूंस कर गोवंश भरा था। पुलिस की मदद से हो रही गो-तस्करी को स्थानीय लोगों व गोशाला कार्मिक ने रुकवाया। सूचना पर मैंने खुद सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ गोशाला में जाकर वस्तुस्थिति को देखा।गोवंश नागौर के पशु मेले से खरगोन ले जाया जा रहा था। परिवहन राज्य सरकार की अनुमति से है, लेकिन मध्यप्रदेश में राज्य के एक्ट के अनुसार प्रवेश संबंधित दस्तावेज पूरे नहीं होने से इंट्री नहीं दी गई। इस पर अस्थायी तौर पर 46 वाहनों से गोशालाओं में गोवंश रखवाया गया है।
हर्षवर्धन अग्रवाला, पुलिस अधीक्षक