सारण ने वनरक्षक भर्ती-2020 का 13 नवंबर,2022 का सॉल्वड पेपर परीक्षा से पहले अपनी कार से 7 अभ्यर्थियों और एक पेपर हेंडलर व चालक के साथ बाड़मेर के निजी बस स्टैण्ड से उदयपुर भेजा था। वहां से आरोपी कंवराराम जाट व वांछित जबराराम जाट के कहने पर इन्हें उदयपुर में सांवलाराम के किराए के मकान पर ले गया। फिर कंवराराम को जबराराम जाट ने मोबाइल पर पेपर सौंपे तो इनके पास मौजूद प्रिन्टर से मोबाइल कनेक्ट कर हाथोंहाथ सॉल्वड पेपर के प्रिंट निकालकर अभ्यर्थियों को पढ़ाए गए। इस पर सारण को धरदबोचा गया।
42 लाख रुपए लेना कबूल किया
सारण से अनुसंधान में सामने आया कि उसने हर अभ्यर्थी से परीक्षा में अंतिम रूप से चयन होने पर 6-6 लाख रुपए यानी अपने हेंडलर के जरिए 7 अभ्यर्थियों से कुल 42 लाख रुपए लेना कबूल किया। एसओजी अब सारण से बाड़मेर से उदयपुर पेपर पढ़ने के लिए आए अभ्यर्थियों, हेण्डलर कार और उसके चालक के बारे में पूछताछ में जुटी है। गौरतलब है कि एनडी सारण बाड़मेर के राजकीय महाविद्यालय का छात्र संघ अध्यक्ष भी रह चुका है।