अभिभाषक परिषद के अध्यक्ष कमलेश दुबे ने बताया कि परिषद के सदस्य हर्षित सूद के घर पर रात को मध्यप्रदेश से तीन गाडिय़ों में भरकर आए लोगों ने मारपीट की। सूद इसकी शिकायत दर्ज कराने के लिए कोतवाली गए तो वहां सीआई योगेश चौहान ने रिपोर्ट दर्ज नहीं की और सूद के साथ दुव्र्यवहार किया। इस बात का पता चलने पर वकीलों में गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने गुरुवार को जिला न्यायालय समेत जिले के न्यायालयों में कार्य बहिष्कार कर दिया। वकील नारेबाजी करते हुए पुलिस अधीक्षक कार्यालय के मुख्य द्वार के बाहर पहुंचे। उन्होंने बैरीकेड्स लगाकर और सडक़ों पर बैठकर रास्ता जाम कर दिया। उन्होंने टायर जला दिए। पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
एसपी मौके पर आए वकील पुलिस अधीक्षक को मौके पर बुलाने की मांग कर रहे थे। करीब साढ़ चार घंटे तक तक चले प्रदर्शन के बाद पुलिस अधीक्षक राजकुमार चौधरी धरना स्थल पर पहुंचे। चौधरी ने सीआई के दुव्र्यवहार की जांच अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक से कराने का आश्वासन दिया। इसके बाद वकीलों ने प्रदर्शन और जाम समाप्त किया। मुख्यद्वार पर जाम के दौरान पुलिस अधीक्षक कार्यालय में लोगों का आवागमन बंद रहा। ऐसे में अधिकारियों ने जिला कलक्ट्रेट की तरफ का गेट खुलवाकर वाहनों को निकलवाया।
यह था घटनाक्रम जानकारी के अनुसार बारां शहर के पुरानी सिविल लाइन निवासी वकील हर्षित सूद की कुछ समय से पत्नी के साथ अनबन चल रही है। इसी विवाद में बुधवार रात हर्षित के घर पर उसकी पत्नी नम्रता सूद और भोपाल के पूर्व महापौर रह चुके उसके ससुर सुनील सूद सहित ससुराल पक्ष के करीब 15 लोग पहुंचे। उन लोगों ने हर्षित के घर पर जमकर उत्पात मचाया और तोडफ़ोड़ की।
मांगरोल. अभिभाषक परिषद ने बारां के वकील हर्षित सूद की रिपोर्ट दर्ज न करने, बारां कोतवाली थानाधिकारी द्वारा अशोभनीय व्यवहार के विरोध में काम का बहिष्कार किया। बारां अभिभाषक परिषद के समर्थन में न्यायालय में कार्यरत वकीलों ने गुरुवार को कार्य का बहिष्कार कर विरोध जताया।
दोनों पक्षों को बैठाकर वार्ता करवाई गई है। इस दौरान अभिभाषक परिषद के अध्यक्ष समेत अन्य वकील भी मौजूद थे। दोनों पक्षों की सहमति से रिपोर्ट को 15 दिन जांच में रखवाया गया है। आगे 17 फरवरी को इस मामले में पुन: परामर्श करवाने की बात हुई है। अभी दोनों पक्षों ने मुकदमा दर्ज नहीं करने की बात कही है। सीआई के व्यवहार की जांच अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक से करवाई जाएगी। जो भी तथ्य सामने आएंगे, कार्रवाई की जाएगी।
राजकुमार चौधरी, पुलिस अधीक्षक, बारां मैंने कोई अपमानजनक व्यवहार नही किया है। महिला संबधी मामला होने के कारण पहले परामर्श की बात कही थी। फिलहाल मामले को उनकी सहमति से परिवाद में रखा गया है।
योगेश चौहान, सीआई, शहर कोतवाली, बारां