ग्रामीणों का कहना है कि हमारे मवेशियों को चरने के लिए यहां मात्र एक जगह है। इसको रामपुर के जाटव बस्ती के लोगों द्वारा काटा जा रहा है। जाटव बस्ती के ग्रामीणों ने बताया कि रामपुर में जहां घर हैं। वहां नदी का पानी आ जाता है। रहने के लिए अलग बस्ती बनाने के लिए एसडीएम को ज्ञापन सौंपा है, लेकिन हमारी सुनवाई नहीं हो रही है। साथ ही जो लोग प्रदर्शन कर रहे हैं, उन्होंने भी वन भूमि पर कब्जा कर रखा है। विवाद बढ़ता देख मौके पर रेंजर राजेन्द्र मेघवाल वन कर्मियों के साथ पहुंचे। वनकर्मियों ने ग्रामीणों से समझाइश की, लेकिन ग्रामीणों ने वन विभाग की एक नहीं सुनी। ग्रामीणों ने कहा अतिक्रमण नहीं हटाया गया तो कलक्टर को ज्ञापन सौंपा जाएगा।
सूचना मिली कि यहां वन कटाई की जा रही है। मौके पर वन कटाई को रोका गया है। ग्रामीणों से बातचीत कर मामला शांत कराया है। जिसने वन कटाई की उनके खिलाफ कार्रवाई करेंगे।
राजेन्द्र मेघवाल, रेजर शाहाबाद धूपकटा में जाटव समाज के लोगों ने जंगल काट दिया है। मवेशियों के लिए चरने के लिए जगह नही बची है। प्रशासन से शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं की गई है।
अनिल मेहता, रामपुर तलहटी 250 से 300 बीघा जंगल के पेड़ों को नष्ट किया गया है। दिन में भी कटाई जारी रहती हैं। 7 दिन से लगातार जंगल कट रहा है। प्रशासन से शिकायत की लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
सौरभ मेहता, रामपुर तलहटी अतिक्रमण हटाना है तो सभी का हटाओ। जब तक सभी का अतिक्रमण नहीं हटेगा, तब तक टापरी नहीं हटेगी। इद्रं जाटव, रामपुर तलहटी हमारे घर बाढ आने से ध्वस्त हैं। रहने के लिए प्रशासन ने इंतजाम नहीं किया। रहने के लिए एक-दो टापरी बनाई। हम गरीब है। हमारे ऊपर कार्रवाई तुरंत होती हैं। बडे लोगो ने हजारों बीघा •ामीन अतिक्रमण कर रखा है। उन पर सख्ती क्यों नहीं होती।
हजारीलाल जाटव, रामपुर तलहटी