मामला सामने आने के बाद कारोबारी ने साइबर क्राइम पोर्टल पर शिकायत की। जिसके बाद साइबर थाने में पीड़ित की शिकायत के आधार पर ठगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। वहीं साइबर सेल ने मामले की जांच शुरु कर दी है।
निवेश का फायदा बताकर ग्रुप में जोड़ा
सुभाषनगर के मढ़ीनाथ निवासी संजय प्रकाश ने बताया कि 28 दिसंबर को उनके पास एक अनजान नंबर से कॉल आई। कॉल करने वाले ने खुद को एनएसई का एजेंट बताया और कहा कि सरकार की नई ‘नेशनल एआई पॉलिसी’ पर काम चल रहा है, जिससे निवेशकों को फायदा होगा। भरोसा जिताने के बाद आरोपी ने संजय को एक व्हाट्सऐप ग्रुप से जोड़ दिया।
एप डाउनलोड कराकर ट्रांसफर कराए रुपये
पीड़ित ने बताया कि ग्रुप में सिद्धार्थ कोटक नाम का एक युवक ने अपने आप को नेशनल एआई पॉलिसी का एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर बताया। उसने सेबी के दस्तावेज भी शेयर किए और शेयर मार्केट से जुड़े टिप्स देने लगा। धीरे-धीरे उसने कुछ अच्छे शेयर खरीदने और बेचने को कहा। पीड़ित को जब फायदा होता दिखा, तो ठग ने 17 जनवरी को दो एप डाउनलोड करवा दिए। इसके बाद पीड़ित और उनकी पत्नी रेखा गुप्ता के बैंक खातों से मिलाकर कुल 11 लाख 56 हजार रुपये की रकम अलग-अलग अकाउंट्स में ट्रांसफर करवा ली गई।