स्टेशन रोड, सिविल लाइंस निवासी दीक्षा ने बताया कि वर्ष 2021 में उसका विवाह एकता नगर निवासी शिव आनंद से हुआ था। उस समय उनके पिता शिव नारायण बरेली में एसडीएम के पद पर तैनात थे। उन्होंने बेटी की शादी में अपनी हैसियत से कहीं अधिक खर्च किया। वर्तमान में वह बागपत में एडीएम के पद पर कार्यरत हैं।
दहेज में 50 लाख की डिमांड कर रहे ससुरालिया
दीक्षा के मुताबिक विवाह के बाद से ही ससुराल पक्ष उसे दहेज के लिए प्रताड़ित करने लगा। ननद ममता आनंद, ससुर विनोद कुमार आनंद और सास राजरानी आनंद आए दिन यह कहकर दबाव बनाते थे कि तुम्हारे पिता एडीएम हैं, इसलिए 40 से 50 लाख रुपये दहेज में लाकर दो। जब उसने और उसके पिता ने इस मांग को पूरा करने से इनकार किया तो उसे धमकियां मिलने लगीं। 27 जून को झगड़े के बाद ससुराल वालों ने उसे घर से निकाल दिया। इसके बाद 29 जून को एडीएम शिव नारायण अपनी बेटी दीक्षा और मित्र रामरतन शर्मा के साथ ससुराल पहुंचे, ताकि सुलह कराई जा सके। दीक्षा का आरोप है कि बातचीत के दौरान ससुराल वालों ने उनके साथ दुर्व्यवहार शुरू कर दिया।
रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच में जुटी पुलिस
सास राजरानी और ससुर विनोद कुमार ने एडीएम से अभद्र भाषा में बात की। आरोप है कि विनोद आनंद ने चप्पलों से पीटने के बाद अपनी लाइसेंसी बंदूक निकालकर शिव नारायण पर गोली चलाने की कोशिश की। हालांकि समय रहते किसी तरह जान बचाई गई और वे बेटी को लेकर थाने पहुंचे। प्रेमनगर पुलिस ने दीक्षा की तहरीर पर मामला दर्ज कर लिया है। इंस्पेक्टर प्रेमनगर का कहना है कि जांच शुरू कर दी गई है। आरोपों की पुष्टि होते ही सख्त कार्रवाई की जाएगी।