बरेली जोन ने बीते कई महीनों से आईजीआरएस पर आने वाली शिकायतों के समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण निस्तारण में पूरे प्रदेश में पहला स्थान हासिल किया है। इस प्रदर्शन पर मुख्यमंत्री कार्यालय और गृह विभाग ने भी सराहना जताई थी। शासन ने एडीजी रमित शर्मा की कार्यशैली को उदाहरणात्मक मानते हुए यह अहम जिम्मेदारी उन्हें सौंपी है।
चार जिलों में बेहतर पुलिसिंग मॉडल पेश
एडीजी रमित शर्मा के नेतृत्व में बरेली, बदायूं, पीलीभीत और शाहजहांपुर जिलों में आईजीआरएस पोर्टल पर आने वाली शिकायतों का न केवल शीघ्र निस्तारण किया गया, बल्कि प्रत्येक मामले में फील्ड स्तर पर प्रभावी कार्रवाई भी सुनिश्चित कराई गई। इससे आम जनता का भरोसा पुलिस पर और मजबूत हुआ है। बरेली जोन की यह उपलब्धि न केवल पुलिस की कार्यकुशलता का प्रमाण है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि प्रशासनिक निगरानी, तकनीकी इस्तेमाल और संवेदनशीलता के साथ जनसुनवाई को कैसे प्रभावी बनाया जा सकता है।
यह सफलता पूरी टीम की- एडीजी रमित शर्मा
आईजीआरएस प्रणाली के महत्व को समझते हुए शासन ने निर्णय लिया है कि बरेली जोन में लागू की गई रणनीति और निगरानी मॉडल को अब प्रदेश के अन्य मंडलों में भी लागू किया जाएगा। एडीजी रमित शर्मा प्रदेश के सभी जोनों के आईजीआरएस आंकड़ों की समीक्षा करेंगे और जिलों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी देंगे। एडीजी रमित शर्मा ने कहा कि यह जिम्मेदारी उनके लिए सम्मान की बात है। उन्होंने कहा बरेली जोन की सफलता टीम वर्क और फील्ड अधिकारियों की मेहनत का नतीजा है। प्रदेश के अन्य जिलों में भी हम जनसुनवाई की प्रक्रिया को तेज, पारदर्शी और जनहितकारी बनाएंगे।