प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में कांवड़ मार्गों की पहचान शुरू कर दी है। इसके तहत सड़कों की मरम्मत, साफ-सफाई, पानी की टंकियों की व्यवस्था और सार्वजनिक शौचालयों की स्थिति पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
संवेदनशील क्षेत्रों में अलर्ट मोड
पुलिस ने यात्रा मार्ग के उन स्थानों की पहचान कर ली है जो संवेदनशील माने जाते हैं। यहां अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की जाएगी। साथ ही, ड्रोन कैमरों और सीसीटीवी से निगरानी कर सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी। इसी के साथ ही कांवड़ यात्रा को निर्बाध और सुरक्षित बनाने के लिए लोक निर्माण विभाग, नगर निगम, स्वास्थ्य विभाग और बिजली विभाग के साथ समन्वय किया जा रहा है। यात्रा मार्ग पर स्वास्थ्य शिविर लगाए जाएंगे और ट्रैफिक को सुचारु रखने के लिए वैकल्पिक रूट भी तैयार हो रहे हैं।
डेटा तैयार कर रही पुलिस
एसएसपी अनुराग आर्य ने सभी थानाध्यक्षों को अपने-अपने क्षेत्रों में तैयारियां तेज करने के निर्देश दिए हैं। कांवड़ियों के रूट, पड़ाव स्थल और संभावित भीड़भाड़ वाले स्थानों का डेटा तैयार किया जा रहा है। प्रशासन स्थानीय धर्मगुरुओं, समाजसेवियों और गणमान्य नागरिकों से भी संवाद कर रहा है ताकि यात्रा के दौरान सांप्रदायिक सौहार्द बना रहे। जल्द ही प्रशासन विभिन्न समुदायों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक आयोजित करेगा, जिसमें शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की जाएगी।