जांच के दौरान पाया गया कि डेयरी का खाद्य लाइसेंस या पंजीयन उपलब्ध नहीं था। इसके अलावा डेयरी में मौजूद लगभग दो किलो पनीर और मावा को मौके पर ही नष्ट कर दिया गया। टीम ने फ्रिज में रखे दूध, दही, पनीर सहित कुल पांच खाद्य उत्पादों के नमूने जांच के लिए एकत्र किए हैं।
बीमार हुए परिवार का मावा इसी डेयरी से खरीदा गया था
मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी अक्षय गोयल ने बताया कि जिस मावे से प्रसाद तैयार कर पिन्नी खिलाई गई, वह राधे श्याम डेयरी (चौहान मार्केट, बीडीए कॉलोनी के पास) से खरीदा गया था। टीम जब मौके पर पहुंची, तो वहां अजीत पुत्र धर्मवीर सिंह, निवासी सुभाष नगर, मौजूद मिले। उन्होंने बताया कि वे खुद मावा बनाकर नहीं बेचते, बल्कि उसे सुभाष नगर के ही एक अन्य दुग्ध कारोबारी से खरीदकर अपने प्रतिष्ठान पर बेचते हैं।
डेयरी में नहीं मिला मावा, अन्य खाद्य पदार्थों के लिए सैंपल
छापेमारी के समय राधे श्याम डेयरी में मावा नहीं मिला, लेकिन वहां रखे अन्य उत्पादों में से दूध, दही और पनीर के सैंपल संग्रहित किए गए हैं। इन सैंपलों को विश्लेषण के लिए लैब भेजा गया है। रिपोर्ट आने के बाद अग्रिम विधिक कार्रवाई की जाएगी।
परिवार के सभी सदस्य अब खतरे से बाहर
बीमार हुए सुभाष नगर निवासी परिवार के सात सदस्यों को सोमवार को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। प्रारंभिक इलाज के बाद सभी की हालत में मंगलवार को सुधार बताया गया है। घटना के बाद परिवार में हड़कंप मच गया था और परिजनों ने खाद्य विभाग को इसकी सूचना दी थी।