बटाईदार को पैसे देने के बजाय छुड़ा लिए पत्नी के गिरवी रखे जेवर
भोजीपुरा थाना क्षेत्र के गांव पैगाम निवासी शिवचरण उर्फ सुनील ने 15 बीघा जमीन में पैगाम निवासी नोनीराम ने बटाई पर धान की फसल की। नोनीराम ने धान सरकारी क्रय केंद्र पर बेचा। धान विक्रय की कुल धनराशि 94 हजार 728 रुपये शिवचरण के सेमीखेड़ा स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा के खाते में आई थी। शिवचरण को आधे रुपये यानि 47 हजार 364 रुपये बटाईदार नोनीराम को देने थे। शिवचरण ने बटाईदार नोनीराम को पैसे देने की बजाय अपनी पत्नी के गिरवी पड़े जेवर को छुड़ा लिए, लेकिन बटाईदार को पैसे नहीं दिए, और उसे लूट की झूठी घटना सुना दी।
बटाईदार को रुपये न देने पड़े इसलिए साले से कराई लूट
सीओ हाईवे नीलेश कुमार मिश्र ने बताया कि शिवचरण ने छह जनवरी को सेमीखेड़ा स्थित बैंक से 70 हजार रुपये निकाले और बहेड़ी के गांव हरहरपुर निवासी अपने साले हरिओम को फोन करके बुलाया। 70 हजार रुपये उसे दे दिए। इसके बाद उसने लूट का शोर मचा दिया। पुलिस के मुताबिक शिवचरण ने लूट का नाटक इसलिए रचा ताकि बटाईदार को रुपये न देना पड़े।
आरोपियों को भेजा जेल, 70 हजार रुपये बरामद
प्रभारी निरीक्षक भोजीपुरा प्रवीन सोलंकी व अपराध निरीक्षक श्रवण कुमार यादव, एसएसआई तेजपाल सिंह ने सीसीटीवी फुटेज और परिजनों की गई पूछताछ के आधार पर लूट की घटना का खुलासा किया। पुलिस ने शिवचरण व उनके साले हरिओम को गिरफ्तार कर लिया। उसके कब्जे से 70 हजार रुपये तीन मोबाइल, चार बैग, एक हेलमेट बरामद किया। पुलिस ने आरोपियों को कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।