दुधवा टाइगर रिजर्व में हर साल 15 नवंबर से 15 जून तक पर्यटन सीजन चलता है। इस दौरान हजारों सैलानी देश-विदेश से यहां पहुंचते हैं। इस बार भी दुधवा और किशनपुर रेंज में सैलानियों को बाघ, गैंडा, हाथी, पाढ़ा, बारहसिंगा, अजगर और भालू तक के दीदार खूब हुए। खास बात यह रही कि इस बार पर्यटकों को रेड कोरल जैसे बेहद दुर्लभ सांप भी देखने को मिले।
इस बार पूरे सीजन में नहीं लगा ब्रेक
पिछले सालों की तुलना में इस बार मौसम ने भी साथ दिया। बारिश या अन्य कारणों से एक भी दिन पार्क बंद नहीं करना पड़ा। पार्क प्रशासन ने व्यवस्था बेहतर बनाए रखी और भ्रमण के लिए आने वाले पर्यटकों को सुगमता से सफारी का मौका मिला। पार्क के उपनिदेशक डॉ. रंगाराजू टी ने बताया कि शनिवार को अंतिम सफारी कराई गई। रविवार शाम को पार्क के सभी द्वार बंद कर दिए गए हैं। अब यह 15 नवंबर को ही खुलेगा।
कैमरे में कैद हुए जंगल के असली सितारे
अंतिम सप्ताह में पर्यटकों की संख्या में खासा इजाफा देखा गया। स्कूली बच्चों के साथ-साथ परिवार और प्रकृति प्रेमी जंगल सफारी का भरपूर आनंद उठाते नजर आए। कई पर्यटकों को खुले में बाघ टहलते और भालू क्रीड़ा करते दिखे। वन्यजीवों को करीब से देखने का अनुभव सैलानियों के लिए अविस्मरणीय बन गया।
अब अगले सीजन में होगा रोमांच
15 जून से 15 नवंबर तक पार्क बंद रहेगा। इस दौरान मानसून की वजह से जंगलों में हरियाली और दलदली इलाकों की वृद्धि होती है, जिससे पर्यटक सफारी नहीं कर सकते। साथ ही यह समय वन्यजीवों के प्राकृतिक जीवन में खलल न पहुंचाने के लिए भी बेहद अहम माना जाता है।