टीम ने मौके से मटेरियल के सैंपल लिए, जिनकी लैब टेस्टिंग भी कराई गई है।
गुणवत्ता का सर्वे और लैब टेस्टिंग
मुख्य अभियंता मनीष अवस्थी ने बताया कि आईआईटी से आई टीम ने सड़कों की यूटिलिटी शिफ्टिंग, सेंट्रल लाइन मार्किंग और निर्माण सामग्रियों की गुणवत्ता की फील्ड में जांच की है। प्रारंभिक रिपोर्ट में कार्य की गुणवत्ता लगभग 95% तक संतोषजनक पाई गई है। टीम ने दो पालियों में हो रहे निर्माण कार्यों की गति, तकनीकी मानकों और सुरक्षा उपायों का भी मूल्यांकन किया। टीम ने स्पष्ट किया कि कार्यदायी एजेंसी को निर्धारित मानकों का सख्ती से पालन करना होगा।
सुरक्षा और समयबद्धता पर जोर
जांच टीम ने मौके पर निर्माण कार्यों की समीक्षा करते हुए कहा कि साइट पर सुरक्षा के सभी उपाय जरूरी हैं। किसी भी तरह की मानव या संपत्ति को क्षति से बचाने के लिए एहतियात के साथ कार्य करने के निर्देश दिए गए हैं।
सैंपल लेकर लौटे तकनीकी विशेषज्ञ
आईआईटी की टीम एक सप्ताह तक लगातार निरीक्षण कर रही थी। इस दौरान उन्होंने कंक्रीट, डामर, रोड-बेस और अन्य निर्माण सामग्रियों के नमूने लिए। ये सैंपल आईआईटी की प्रयोगशाला में भेजे गए, जहां उनकी गुणवत्ता की पुष्टि होगी।