पीड़ित ने बताया कि इसका उन्होंने विरोध किया तो दबंगों ने दो बार प्लॉट की बाउंड्रीवाल गिरा दी गई। अब परेशान होकर पीड़ित ने मामले की शिकायत एसएसपी अनुराग आर्य से की, एसएसपी के आदेश पर इज्जतनगर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरु कर दी है।
गैंग में रिटायर्ड दरोगा समेत कई आरोपी
इज्जतनगर के गायत्रीपुरी वीर सावरकर नगर निवासी रिटायर्ड बैंक मैनेजर वीरेंद्र सिंह बिष्ट और उनके भाई सुरेंद्र सिंह बिष्ट ने साल 1995 में आशुतोष बिल्डर्स से प्लॉट खरीदे थे। तभी से दोनों भाई उस पर कब्जा किए हैं। वहां डेयरी चलाने के लिए उन्होंने नौबत यादव को भी जगह दे रखी है। पीड़ितों के मुताबिक, 2017 से इलाके में सक्रिय छत्रपाल मौर्य गैंग जिसमें शेर सिंह, फूल सिंह, टीकम सिंह और रिटायर्ड दरोगा नंदर सिंह शामिल हैं।
आरोपियों पर पहले भी दर्ज हो चुका है मुकदमा
पीड़ित ने बताया कि ये लोग फर्जी बैनामों के दम पर दावा ठोक रहे हैं, जबकि आरोपियों के पास जिस जमीन के कागज हैं उस जमीन का पीड़ित से कोई लेना-देना नहीं है। सितंबर 2022 में आरोपियों ने प्लॉट की चारदीवारी गिरा दी थी, जिस पर इज्जतनगर में एफआईआर दर्ज कराई गई। 6 अप्रैल 2025 को एक बार फिर गिरोह के लोगों ने दीवार गिरा दी। पीड़ित का कहना है कि गिरोह उन्हें लगातार धमका रहा है और प्लॉट छोड़ने के बदले पैसे मांग रहा है।