4798 वर्ग मीटर के मालिक, रजिस्ट्री करवा दी 17 हजार वर्ग मीटर
इज्जतनगर के गांव शेरपुर निवासी झूमक सिंह ने बताया कि उनकी सौ फुटा रोड पर गाटा 4.319 हेक्टेयर पैतृक जमीन है। झूमक सिंह के चाचा रामचंद्र के पास इस जमीन में 1/9 हिस्सा यानी 4798 वर्ग मीटर का मालिकाना हक था। रामचंद्र ने 1989 से 2004 के बीच अपने हिस्से से तीन गुना ज्यादा यानी 17000 वर्ग मीटर जमीन अवैध रूप से बेच दी। कई फर्जी बैनामे करवाकर झूमक और उनके भाइयों के हिस्से की भी जमीन बेच डाली। चाचा रामचंद्र की मौत के बाद उनके बेटे तुलाशेरपुर के रहने वाले राजेंद्र, विजेंद्र, महेंद्र, सुरेंद्र और ओमवीर ने जमीन पर दावा करते हुए फर्जी कागज तैयार कर लिये। फर्जी कागजों का इस्तेमाल कर 2023 में आशिर परवेज खान, माडल टाउन के रहने वाले कुनाल गुप्ता, विनय गुप्ता और बरखा गुप्ता को जमीन बेच दी।
पंकज ठाकुर पर दर्ज हैं आधा दर्जन से ज्यादा आपराधिक मुकदमे
झूमक सिंह ने बताया कि माफिया गैंग का सरगना माडल टाउन का पंकज ठाकुर है। पंकज ठाकुर के खिलाफ इज्जतनगर, प्रेमनगर समेत कई थानों में आधा दर्जन आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। जबकि झूमक सिंह के चचेरे भाई राजेंद्र, विजेंद, महेंद्र, सुरेंद्र व अन्य रिश्तेदारों ओमवीर, सीमा, सोमवती व सुनील कुमार, कुनाल गुप्ता, विनय गुप्ता, बरखा गुप्ता, राजेंद्र सिंह, विशाल सिंह, सुनील कुमार और पंकज ठाकुर ने 19 जनवरी को मेरी पैतृक जमीन पर जबरन कब्जा करने की कोशिश की। जब उन्होंने विरोध किया, तो गाली-गलौज और मारपीट कर की। मेरी हत्या करने के लिये मेरा गला दबा दिया, जिससे मेरी आंखों के सामने अंधेरा छा गया और मैं बेहोश हो गया। हमलावर तमंचे, लाठियों और अन्य हथियारों से लैस थे। इसकी सूचना थाना पुलिस को दी। लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। इसके बाद मामले की शिकायता एसएसपी अनुराग आर्य से की। एसएसपी के निर्देश पर पुलिस ने माफियाओं का निर्माण रुकवाया। अब आईजी के आदेश पर सभी 15 आरोपियों पर इज्जतनगर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है।