23 नवंबर 2024 को इज्जतनगर थने में प्रियंका टंडन की ओर से एफआईआर दर्ज कराई गई थी। प्रियंका टंडन ने आरोप लगाया था कि पीलीभीत के राइस मिलर अर्पित अग्रवाल और उनके सहयोगियों ने उनके मृतक पिता संतोष टंडन की जगह किसी दूसरे व्यक्ति को खड़ा कर सात करोड़ की जमीन का एग्रीमेंट करवा लिया। गैंग ने आधार कार्ड से लेकर पैन कार्ड और सभी सरकारी दस्तावेज तैयार कराये। डुप्लीकेट संतेाष टंडन का बैंक आफ बड़ौदा में खाता खुलवाया। एग्रीमेंट की रकम बैंक खाते में डलवाकर उसे धोखेबाजों ने अपने खाते में ट्रांसफर करवा लिया।
राइस मिलर और दवा कारोबारी समेत 11 के खिलाफ दर्ज हुआ था मुकदमा
थाना इज्जतनगर में पीलीभीत के मोहल्ला डोरीलाल निवासी हनुमान राइस मिल के मालिक अर्पित अग्रवाल, मोहल्ला केशरी सिंह पीलीभीत निवासी दवा कारोबारी राघवेंद्रनाथ मिश्रा के बेटे नितेन्द्र नाथ मिश्रा, शाहजहांपुर के डी डबल स्टोरी फैक्ट्री स्टेट निवासी पुरुषोत्तम गंगवार, पीलीभीत के बीसलपुर निवासी अंकुर कुमार जैसवार, राजकुमार, ओमप्रकाश, करमपुर चौधरी का नन्हे अहमद, शाही निवासी नरवीर वर्मा, खवाजुद्दीन, बबलू कश्यप, राजू उर्फ राजवीर के खिलाफ धोखाधड़ी जालसाजी समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया गया था।
पुलिस ने धोखाधड़ी के मुख्य आरोपियों को दी क्लीनचिट
मृतक व्यक्ति संतोष कुमार टंडन की जगह किसी अन्य व्यक्ति को खड़ा करके फर्जीवाड़ा किया गया है। आरोपियों ने फर्जीवाड़ा करते हुए जमीन का एग्रीमेंट दिखाया था। धोखेबाज अर्पित अग्रवाल और नितेंद्रनाथ मिश्रा ने कार्रवाई से बचने के लिये इज्जतनगर थाने में दूसरी क्रास एफआईआर दर्ज करवा दी। एफआईआर में अर्पित और नितेंद्र दोनों वादी बने। इसके बाद आरोपी हाईकोर्ट गये। हाईकोर्ट ने उनके खिलाफ दर्ज मुकदमे को खत्म करने से इनकार कर दिया। सभी आरोपियों को चार्जशीट कोर्ट में फाइल होने तक जमानत दे दी। इसी दौरान दोनों ने पुलिस से साठगांठ कर अपने नाम मुकदमे से निकलवा लिये, जबकि रसीद लिखने से लेकर एग्रीमेंट तक लिखापढ़ी के फर्जीवाड़े में दोनों बराबर के साझेदार हैं।
राइस मिलर के मुकदमे में भी पुलिस ने लगाई चार्जशीट
एसएसपी के आदेश पर इज्जतनगर थाने में राइस मिलर अर्पित अग्रवाल की संतोष टंडन, बबलू कश्यप, ख्वाजुद्दीन, नन्हें अहमद, नरवीर वर्मा, अंकुर जैसवार, पुरुषोत्तम गंगवार और राजकुमार को आरोपी बनाते हुए मुकदमा कराया है। पीलीभीत के मुहल्ला डोरीलाल निवासी हनुमान राइस मिल के मालिक अर्पित अग्रवाल का कहना है कि विवादित जमीन का इकरारनामा उन्होंने अपने हक में कराया था। लेकिन उनको इस जमीन के बारे में पूरी स्पष्ट जानकारी नहीं थी। आरोप है कि इस जमीन के एग्रीमेंट को लेकर मथुरापुर निवासी बब्लू कश्यप, सीबीगंज के तिलियापुर निवासी ख्वाजुद्दीन, इज्जतनगर में करमपुर चौधरी निवासी नन्हें अहमद, शाही के धनेली निवासी नरवीर वर्मा, पीलीभीत के बीसलपुर निवासी अंकुर जैसवार, शाहजंहापुर निवासी पुरुषोत्तम गंगवार, पीलीभीत के बीसलपुर निवासी राजकुमार उनके पास आए थे। राइस मिलर की माने तो इन लोगों ने ही उसे कथित संतोष टंडन से मिलवाया था। संतोष टंडन की जमीन होने का भरोसा देकर एग्रीमेंट के कागज तैयार करने की बात कही थी। पुलिस ने सभी के खिलाफ चार्जशीट कोर्ट भेज दी है।